रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की समीक्षा शुक्रवार को की। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के लिए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की योजना लागू की जायेगी, जिसके तहत प्रत्येक तीन माह में सबसे स्वच्छ विद्यालय को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। लातेहार, गिरिडीह, बोकारो एवं पश्चिमी सिंहभूम में अनाथ और असहाय बच्चों के लिए आवासीय विद्यालयों की स्थापना होगी। इसी प्रकार ट्रैफिकिंग की शिकार बच्चियों के लिए रांची एवं पश्चिमी सिंहभूम में 1-1 आवासीय विद्यालयों की स्थापना होगी।

26,270 बच्चे राज्य के अंदर और 5000 बाहर भ्रमण करेंगे :
उन्होंने कहा कि राज्य में 26,370 बच्चों के लिए राज्य के अंदर और 5000 बच्चों के लिए राज्य के बाहर शैक्षणिक भ्रमण की योजना बनी है। गर्मी की छुट्टी में ग्रामीण इलाके के स्कूली बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर शिमला ले जाया जायेगा। देश-दुनिया को देखने एवं समझने से पढ़ाई में उनकी रुचि बढ़ेगी एवं प्रतिभा निखरेगी।
जनवितरण प्रणाली की दुकानों से होगी एमडीएम के अनाज की आपूर्ति : मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल में मध्याह्न भोजन के लिए अनाज की आपूर्ति अब जन-वितरण प्रणाली के दुकानों के माध्यम से की जायेगी। प्रत्येक विद्यालय में एलपीजी गैस की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने शिक्षकों के खाली पदों को भरने के साथ-साथ आगामी 5 वर्षों में होने वाली रिक्तियों का भी आकलन करने का निर्देश दिया। कहा कि मई तक सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क उपलब्ध हो जायेंगे।
शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि अब तक 125 पंचायतों को ड्राप आउट घोषित किया जा चुका है। विभागीय सचिव आराधना पटनायक ने बताया कि 25,337 विद्यालयों में बेंच-डेस्क एवं 25,110 विद्यालयों में विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। लगभग 10 हजार विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है।
बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल समेत अन्य उपस्थित थे।

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