खूंटी। कोचांग गैंगरेप के दोषियों को अब 15 नहीं 17 मई को सजा सुनायी जायेगी। खूंटी कोर्ट में मंगलवार को सजा के बिंदु पर बहस हुई। इस दौरान अभियुक्त पक्ष की ओर से कम से कम सजा की मांग की गयी। वहीं अभियोजन की तरफ से ज्यादा से ज्यादा सजा देने के लिए दलीलें रखी गयी। इसके बाद कोर्ट ने सजा सुनाने की तारीख 17 मई मुकर्रर कर दी।
बता दें कि इससे पहले सात मई को खूंटी कोर्ट ने इस मामले में आरोपी फादर अल्फोंस आइंद समेत छह आरोपियों को दोषी करार दिया। मामले में 19 लोगों की गवाही हुई। गवाह, पीड़िताओं के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों को दोषी करार दिया गया। कोर्ट ने फादर अल्फोंस को घटना का साजिशकर्ता माना। इस मामले में फादर अल्फोंस के अलावा जॉन जोनस टुडू, बलराम समद, बाजी समद उर्फ टकला, जोनास मुंडा, अजुब सांडी पूर्ति और नियल सांडी पूर्ति को दोषी करार दिया। नियल फरार चल रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल 19 जून को खूंटी के अड़की प्रखंड के कोचांग गांव में आरसी मिशन स्कूल से पांच लड़कियों को अगवा कर लिया गया था और जंगल ले जाकर उनके साथ गैंगरेप किया गया। इस दौरान उनका वीडियो भी बनाया गया। स्कूल के प्रिंसिपल फादर अल्फोंस आइंद की मौजदगी में ही इन लड़कियों को उठाया गया था। बाद में उन्हें पुलिस ने घटना की जानकारी नहीं देने के आरोप में गिरफ़्तार किया था।
पीड़ित लड़कियां एक नाटक मंडली का हिस्सा थीं और मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक करने कोचांग पहुंची थीं। नुक्कड़ नाटक के दौरान ही दो मोटरसाइकिलों पर सवार पांच लोग वहां पहुंचे और सभी को उनकी ही कार में बैठा कर जबरन जंगल की ओर लेकर चले गये, जहां पहले लड़कियों के साथ गैंगरेप किया गया, फिर कथित तौर पर पेशाब भी पिलाया गया।