एजेंसी
शिमला। हिमाचल में 19 मई को अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिन के भीतर सोमवार को हिमाचल में दूसरी चुनावी जनसभा की। सोलन के ठोडो मैदान में दोपहर बाद विजय संकल्प रैली में पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में रक्षा सौदों को एटीएम की तरह इस्तेमाल किया गया। देश को आत्मनिर्भर बनने से रोका गया। जमीन से आसमान तक ऐसा कोई सौदा नहीं हुआ, जिसमें भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप न लगे हों। कांग्रेस के कार्यकाल में 70 प्रतिशत रक्षा सामग्री का आयात विदेशों से होता था, लेकिन पिछले पांच सालों में 80 फीसदी उत्पादन यहीं हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेसी अपने पूर्वजों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। लेकिन जब उनके पूर्वजों के कार्यकाल में हुए कामों का हिसाब मांगो, तो जवाब मिलता है- हुआ तो हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नामदार जमानत पर हैं और हर रोज उन्हें गालियां देते हैं। नामदार का अहंकार सातवें आसमान पर है। कांग्रेस ने पिछले दस साल के शासन में देश की विकास दर को पांच प्रतिशत पर ला दिया, जबकि महंगाई दर को दस प्रतिशत तक पहुंचा दिया था। अब पिछले पांच सालों में विकास दर तेजी से बढ़ी है और महंगाई दर कम हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति वोट कटुआ पार्टी के तौर पर बन गयी है। 23 मई को इसका जवाब कांग्रेस के लोगों को मिल जायेगा। यह कांग्रेसी भी जान चुके हैं कि चुनाव का परिणाम क्या होगा, लेकिन सभी कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी है कि वे बिना कोई ढील छोड़े सभी घरों तक पहुंचें।
दिग्विजय सिंह पर कसा तंज
इससे पहले मध्यप्रदेश के रतलाम में अपनी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्विजय सिंह पर वोट न डालने के लिए प्रहार किया। उन्होंने कहा कि मैं भी मतदान करने के लिए अपने गांव अहमदाबाद गया था। यहां तक कि देश के राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति भी समय निकाल कर वोट डालने के लिए कतार में खड़े रहे, लेकिन दिग्गी राजा को वोट डालने की जरूरत महसूस नहीं हुई।
दरअसल, भोपाल से चुनाव लड़ रहे दिग्विजय का नाम राजगढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले अपने पैतृक कस्बे राघौगढ़ में पंजीबद्ध है। यानी मतदाता सूची में दिग्विजय सिंह का नाम राजगढ़ में दर्ज हैं। यहां रविवार को छठे चरण के मतदान के तहत वोटिंग हुई, लेकिन दिग्विजय सिंह अपना वोट डालने के लिए नहीं पहुंच पाये। भोपाल से मतदाता नहीं होने के कारण दिग्विजय अपने लिए वोट नहीं डाल सकते थे। कुल मिलाकर दिग्विजय न तो भोेपाल में वोट डाल पाये, और न ही राजगढ़ में। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वोट डालने के लिए राजगढ़ नहीं पहुंच पाने का मुझे दुख है। अगली बार मैं भोपाल में नाम दर्ज कराऊंगा। बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह मैदान में हैं, और उनके सामने भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा खड़ी हैं। साध्वी प्रज्ञा ने रविवार को भोपाल में मतदान किया था।

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