आजाद सिपाही संवाददाता
पटना। लोकसभा चुनाव में करारी हार और बिहार से सूपड़ा साफ होने के बाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद में हाहाकार मच गया है। राजद के इतिहास में पहली बार पार्टी के एक विधायक ने लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। विधायक महेश्वर यादव ने तेजस्वी से हार की जिम्मेवारी लेते हुए विधायक दल के नेता पद से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर तेजस्वी इस्तीफा नहीं देते हैं, तो पार्टी टूट जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी गयी, तो वह पार्टी छोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर के गायघाट से विधायक महेश्वर यादव ने कहा कि राजद परिवारवाद के चक्कर में उलझा है। इसी वजह से पार्टी की इतनी दुर्गति हुई।
सोमवार को यहां मीडिया से बातचीत में महेश्वर यादव ने किसी वरिष्ठ नेता के हाथ में पार्टी की कमान सौंपे जाने की जरूरत बतायी। उन्होंने राजद पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि 1997 में राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाते समय भी उन्होंने विरोध किया था। अगले विधानसभा चुनाव में राजद तब 22 सीटों पर सिमट कर रह गयी थी। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही पार्टी का पदाधिकारी और उत्तराधिकारी परिवारवाद से इतर पार्टी में वरीयता का ध्यान रखकर बनाये जाने की बात कहता रहा हूं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जी ने तब भी सबक नहीं लिया और फिर पार्टी के वरिष्ठों की अनदेखी कर तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष बना दिया। कहा कि नेता प्रतिपक्ष पद से तेजस्वी के इस्तीफे की मांग करता हूं और इसके बाद ही विधायक दल की बैठक बुलायी जाये।