खून से पोस्टर लिख कांग्रेसियों ने प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी का किया विरोध
एक हजार बसों पर गरमाई राजनीति, मुखर हो रहे कांग्रेसी
कानपुर। समूचा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है या यूं कहें कोरोना वायरस से सभी परेशान हैं, लेकिन प्रवासी मजदूरों को लेकर उत्तर प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में राजनीत गर्म है। इसी कड़ी में रविवार को कानपुर में कांग्रेसियां ने खून से पोस्टर लिख विरोध दर्ज जताया और प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार दुर्भावना के साथ काम कर रही है। प्रियंका गांधी ने जब 1000 बसों का प्रस्ताव रखा तो उसमें लाभ और हानि को देखते हुए सरकार ने केवल राजनीति की। बसों को वापस जाना पड़ा उन बसों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने अपने घर जा सकते थे। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को तत्काल रिहाई की मांग की गयी।
कानपुर महानगर कॉंग्रेस कमेटी के विकास अवस्थी और पार्षद अजय कुमार पाल ने खून से पोस्टर लिख प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी का विरोध किया। खून से लिखे पोस्टर को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया और यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। विकास अवस्थी ने कहा कि कोरोना से भयभीत और स्वयं अपनी सुरक्षा के लिये परेशान प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री 22 मार्च से लगातार अपने कमरे में बंद हैं। देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। लोग इलाज के अभाव में मौत और जिन्दगी के बीच जुझ रहे हैं और उनका जीवन संकट में पड़ा हुआ है। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर भूखे प्यासे हज़ारों मजदूर घर जाने के लिए सरकार की मदद का इंतजार कर रहें हैं और सरकार मजदूरों के लिए एक अदद बस का इंतजाम तक नहीं कर पा रही है। पार्षद अजय कुमार पाल ने कहा कि बेबस और लाचार मजदूरों की स्थिति से आहत होकर जब कॉंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्रांसपोर्टर के जरिये 1000 बसें यूपी बार्डर पर पहुँचा दीं तो प्रधानमंत्री के इशारे पर बदहवाश मुख्यमंत्री ने बसों के कागजातों में कमियां निकाल कर काँग्रेस पार्टी को ही बदनाम करना शुरू कर दिया. जबकि सब जानते हैं कि पुलवामा में हमारे शहीद जवानों पर हमले के लिये इस्तेमाल की गई उस बस का स्वयं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री आज तक पता नहीं लगा पाये। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विद्वेष वश मुख्यमंत्री ने प्रदेश काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार करा लिया और काँग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज करवा दी। दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिये मांग की कि उत्तर प्रदेश सरकार तानाशाही बंद करे और प्रदेश अध्यक्ष की रिहाई करे।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version