आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुंबई में फंसे झारखंड के 174 प्रवासी मजदूरों को विमान से रांची भेजनेवाले युवाओं के समूह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। नेशनल लॉ स्कूल प्रवासी मजदूर कार्यक्रम यहां-वहां की ओर से सुहान मुखर्जी ने एक संदेश मुख्यमंत्री और सरकार को भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है, प्रवासी मजदूरों को बाहर निकालने के लिए मुंबई से रांची की हमारी पहली उड़ान को सफल बनाने के लिए हम झारखंड सरकार के आभारी हैं और उनके द्वारा दिये गये सहयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। हमारा यह प्रयास हमारे दो संगठनों के अथक सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता था। यह खास तौर पर बेहद भावुक था कि मुख्यमंत्री और रांची के उपायुक्त व्यक्तिगत रूप से हमारे निरंतर संपर्क में थे और स्थिति पर नजर रख रहे थे। सुहान मुखर्जी ने कहा है कि हम ऐसी और उड़ानों की व्यवस्था कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि वे भी इतनी ही प्रभावकारी साबित होंगी।
बता दें कि नेशनल लॉ स्कूल बेंगलुरु के पूर्ववर्ती छात्रों के नेटवर्क ने मुंबई में फंसे झारखंड के 174 प्रवासी श्रमिकों को एयर एशिया के विमान से रांची भेजा। ये मजदूर 29 मई को रांची आये। कोरोना के कारण देशव्यापी लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को लेकर आनेवाला यह पहला विमान था। इसकी पूरी व्यवस्था इन पूर्ववर्ती छात्रों ने की थी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके लिए उनका आभार भी जताया था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version