आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड सरकार मध्यम और छोटे उद्योगों के विकास पैकेज का लाभ उठाये। केंद्र सरकार लोक कल्याण को ध्यान में रखते हुए भारत निर्माण को पूरा करने में जुटी है। कोरोना संकट को भी अवसर में बदला है। स्वदेशी और स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास शुरू हुए हैं। भारत सरकार के वित्तमंत्री ने संकटग्रस्त सूक्ष्म, लघु, कुटीर और मध्यम दर्जे के उद्योगों के लिए 20 हजार करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की है।
कहा कि बीते मंगलवार को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में सभी क्षेत्रों के लिए 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की थी, यह उसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मरांडी ने कहा कि झारखंड में लघु, कुटीर उद्योगों की असीम संभावनाएं हैं। कई उद्योग पहले से ही चल रहे हैं जिन पर वर्तमान में कोरोना महामारी में खराब असर पड़ा है। सरकार इनके सुदृढ़ीकरण की दिशा में समुचित प्रयास कर सकती है। साथ ही नये क्षेत्र में भी उद्योगों के विस्तार पर विचार किया जा सकता है। मरांडी ने कहा कि अंत्योदय से लेकर आत्मनिर्भरता की ओर भारत को बढ़ाने का प्रयास शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के
प्रयास से लॉक डाउन में गरीब और मजदूरों को राहत पहुंचायी जा रही है। इसके तहत एक लाख 70 हजार करोड़ के गरीब कल्याण पैकेज से 41 करोड़ जनधन खाते में 52 हजार करोड़ की राशि पहुंचायी गयी। 80 करोड़ गरीबों को प्रति व्यक्ति पांच किलो अतिरिक्त अनाज दिया गया, 20 करोड़ महिलाओं के खाते में 500 रुपये दिये गये। विधवाओं को 1000 रुपये मिले, किसानों को 2000 रुपये की सहायता मिली। यह मोदी सरकार के गांव, गरीब, किसान के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
मरांडी ने कहा कि इसके अतिरिक्त निर्माण क्षेत्र, रियल इस्टेट क्षेत्र को भी बड़ी राहत देकर सरकार ने करोड़ों लोगों को इस संकट के दौर में चिंता मुक्त किया है। उन्होंने कहा कि आयकर दाताओं के टीडीएस में 25 प्रतिशत की कमी के साथ उसके भरने की समय सीमा को भी बढ़ाया है जो स्वागत योग्य कदम है।