आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य में भूख से हुई मौतों की जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। बाबूलाल ने कहा कि महागठबंधन की सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य में आठ से नौ लोगों की मौत भूख से हो चुकी है। गुरूवार को भी देवघर के मोहनपुर इलाके में चालीस वर्षीय एक व्यक्ति की भूख से मौत होने की खबर है। बताया जाता है कि मृतक के यहां दो दिनों से चूल्हा नहीं जला था। कोरोना महामारी के समय में जब सरकार की पूरी मशीनरी का ध्यान राहत कार्यों की ओर है ऐसे में भूख से किसी की मौत अधिक पीड़ादायक है।
1 लाख 44 हजार टन अनाज उपलब्ध कराता है केंद्र
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से प्रतिमाह झारखंड में बांटे जाने के लिए 1 लाख 44 हजार टन अनाज उपलब्ध कराया जाता है। राज्य में जब अनाज की इतनी उपलब्धता है तो भूख से किसी की मौत नहीं होनी चाहिए। पर बावजूद इसके भूख से मौत हो रही है तो कहीं न कहीं वर्तमान व्यवस्था के क्रियान्वयन में गड़बड़ी है।
कमिटी बनाकर जिम्मेवारी तय करें
उन्होंने कहा कि राज्य में भूख से मौत का सिलसिला रुके इसके लिए बीडीओ, एमओ और पंचायत सेवक की कमिटी बनाकर उनकी जिम्मेवारी तय की जानी चाहिए। जिस इलाके में भूख से मौत होगी वहां के बीडीओ, एमओ और पंचायत सेवक को जिम्मेवार ठहराते हुए कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार गठन के पहले और बाद में आप लगातार दावा करते रहे हैं कि राज्य में भूख से किसी की मौत नहीं होने दी जायेगी। जनता को बयानों के साथ आपकी चिंता धरातल पर भी दिखनी चाहिए। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में अब भूख से किसी की मौत न हो।

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