• मनोज गुप्ता ने अपना नोटिस लिया वापस

आपके अपने अखबार आजाद सिपाही की पत्रकारिता एक बार फिर बेदाग साबित हुई है। इस अखबार में प्रकाशित एक खबर के खिलाफ मनोज गुप्ता ने कानूनी नोटिस भेजा था। उस नोटिस में उठाये गये सवाल और उसका विस्तृत जवाब आजाद सिपाही ने प्रकाशित किया था। इसके बाद मनोज गुप्ता ने 22 मई को आजाद सिपाही के संपादक हरिनारायण सिंह को एक पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि कुछ कन्फ्यूजन हुआ था, वह इस नोटिस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। बता दें कि मनोज गुप्ता ने आजाद सिपाही के संपादक और संवाददाता अजय शर्मा के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें अमर्यादित और अनर्गल आरोप लगाये गये थे। आजाद सिपाही की तरफ से इसका कड़ा प्रतिवाद किया गया था और कानूनी नोटिस का विस्तार से जवाब दिया गया था। अपने जवाब में आजाद सिपाही ने साफ कर दिया था कि आजाद सिपाही में किसी के खिलाफ विद्वेषपूर्ण और गलत खबरों का प्रकाशन नहीं होता। आजाद सिपाही की टीम स्वस्थ और निष्पक्ष पत्रकारिता के स्थापित मानदंडों का पूरी तरह पालन करती है।

बता दें कि आजाद सिपाही के अब तक के सफर में यह तीसरा अवसर था, जब इसके किसी समाचार पर कानूनी नोटिस मिला था। पहली बार बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो ने अखबार को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसका अखबार में कड़ा प्रतिवाद छपने के बाद उन्होंने वापस ले लिया था। पिछले साल निशि पांडेय ने भी आजाद सिपाही में प्रकाशित खबर का प्रतिवाद करते हुए नोटिस भेजा था, लेकिन बाद में उन्हें भी भान हुआ, क्योंकि उस समाचार में उल्लिखित तथ्य अकाट्य थे। अब मनोज गुप्ता के नोटिस वापस लेने से यह साबित हो गया है कि आजाद सिपाही की निष्पक्षता और स्वतंत्र पत्रकारिता बेदाग है।

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