कोरोनावायरस ने पुरी दुनिया को अपनी जद में ले रखा है. ऐसे में कई देश आगे बढ़कर एक दूसरे की मदद भी कर रहे हैं. भारत में भी कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसी बीच भारत और इजराइल ने इस महामारी से निजात पाने के लिए हाथ मिलाया है. दोनों देश कोविड-19 रेपिड टेस्टिंग के लिए साथ में मिलकर रिसर्च एंड डिवलपमेंट करेंगे.
भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मालका ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, “मुझे गर्व है कि भारत और इजरायल के बेहतरीन विशेषज्ञ एक साथ जुड़ेंगे, ताकि वे पूरी दुनिया के लिए जीवन बदलने लायक समाधान खोज सकें और खासकर कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने के लिए.
इससे जुड़े अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया शुरू हो गई है और उन्हें उम्मीद है कि वे एक ऐसा टेस्ट करने में सक्षम होंगे जो लोगों को सुरक्षित रूप से फिर से सामान्य जीवन जीने की राह देगा.
भारत सरकार और इजरायल सरकार के बीच इस समझौते की घोषणा करते हुए भारत में स्थित इजराइल दूतावास ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा, “ज्वाइंट रिसर्च एंड डिवलपमेंट के मुद्दे पर दो देशों के बीच चर्चा हुई. यह भारत और इजराइल के बीच व्यापक वैज्ञानिक सहयोग के लिए इजरायली प्रधानमंत्री और भारतीय प्रधानमंत्री के विजन का हिस्सा है
जब से कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया पर कहर बरपाया है तब से इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच महामारी को लेकर कई बार बात हो चुकी है.
सबसे खास बात यह है कि रैपिट टेस्टिंग के लिए होने वाली रिसर्च एंड डिवलपमेंट के लिए दोनों के प्राथमिक डिफेंस ऑर्गेनाइजेन्स को शामिल किया गया है. इसमें डिफेंस रिसर्च एंड डिवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन और काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च जैसे इंडियन इंस्टीट्यूशन शामिल हैं, जो कि इजरायल के डिफेंस में रिसर्च एंड डिवलपमेंट के साथ काम करेंगे.