मोदी सरकार 2.0 का एक साल पूरा हो चुका है. इस मौके पर आयोजित आजतक के खास कार्यक्रम e-एजेंडा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए. अमित शाह ने e-एजेंडा आजतक के ‘मोदी 2.0 का एक साल’ सत्र में कई विषयों पर अपनी बात रखी. गृह मंत्री ने इस मौके पर मोदी सरकार के कामों की तारीफ तो की ही साथ ही साथ कोरोना की लड़ाई में राज्यों के रवैये पर भी बात की.
पश्चिम बंगाल की राजनीति और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी को लेकर भी अमित शाह बोले. अमित शाह ने कहा कि ऐसा कहना कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में लोगों को ठूंस-ठूंस कर भेजा जा रहा है, यह देशभर में रहने वाले बंगालियों का अपमान है.
अमित शाह ने कहा कि सभी राज्य अपने प्रवासी मजदूरों को सम्मान के साथ ले जा रहे हैं. उनको क्वारनटीन कर उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं. उनको कोरोना स्पेशल कहना जो बंगाली अन्य राज्य में रहकर देश के विकास में योगदान दे रहे हैं, उनका अपमान है.
असल में, ट्रेनों के जरिये श्रमिकों को भेजने के मुद्दे पर बंगाल की मुख्यमंत्री ने ट्रेनों को कोरोना स्पेशल कहा था. ममता बनर्जी अम्फान तूफान का हवाला देकर यह कहती रही हैं कि बंगाल में सीमित मात्रा में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को भेजा जाए क्योंकि राज्य की मशीनरी कई मोर्चो पर जूझ रही है
बंगाल जीतने की प्रबल इच्छा के पीछे की वजह बताते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल एक सरहदी राज्य है. जिस तरह से वहां पर परिस्थिति बनी है, मुझे लगता है कि वहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना निश्चित है. यह बंगाल की जनता तय कर चुकी है. 2019 के चुनावों में इस बात का संकेत बंगाल की जनता दे भी चुकी है. बंगाल की रणनीति पर आगे बात करते हुए शाह ने कहा कि रणनीति तो पार्टी अध्यक्ष तय करेंगे, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि हम एक होकर लड़ेंगे
पश्चिम बंगाल पर निशाना साधने के साथ ही अमित शाह ने कोरोना की लड़ाई में राज्यों के सहयोग की भी बढ़-चढ़ कर प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि हर राज्य से जितना बन पड़ा सबने किया