नई दिल्ली: चीन के बहकावे में आकर नेपाल ने अपने नक्शे में बदलाव किया और भारत के कुछ हिस्सों को भी उसमें शामिल कर लिया। लेकिन इस नए नक्शे को वह अपने ही देश की संसद में मंजूरी नहीं दिला सका है। इससे उसकी सारी हेकड़ी निकल गई और अब वह भारत से बातचीत करने को बेताब है। लेकिन भारत ने साफ-साफ कहा है कि इस पूरे प्रकरण से दोनों देशों के बीच विश्वास का संकट पैदा हुआ है। बातचीत के लिए नेपाल को पहले भारत का विश्वास जीतना होगा।
नेपाल कालापानी सीमा के मुद्दे पर विदेश सचिव स्तर की बातचीत पर जोर दे रहा है और साथ ही नए नक्शे को मंजूरी दिलाने के लिए संविधान में संशोधन की भी कोशिश कर रहा है। लेकिन भारत का कहना है कि बातचीत के लिए नेपाल को विश्वास और भरोसे का माहौल तैयार करना होगा।
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