- चार और संक्रांमितों ने जीती कोरोना की जंग
- टीमवर्क और लोगों के सहयोग से मुकाम हासिल किया: डीसी
रांची। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों में सफल होते हुए रांची जिला ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। अब रांची जिला रेड जोन से बाहर हो गया है। उपायुक्त राय महिमापत रे ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
उपायुक्त ने बताया कि रांची जिला अब रेड जोन से बाहर आ गयी है। रांची अब आॅरेंज जोन में है, जो जिला प्रशासन की टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि रेड जोन से आॅरेंज जोन में आना एक मुश्किल पड़ाव है। टीमवर्क और लोगों के सहयोग से हमने यह उपलब्धि पायी है। बताया किस जिले में अब सिर्फ कोरोना के 15 ही एक्टिव केस बचे हैं। शनिवार को चार और संक्रमित ठीक हो गये हैं, जो जल्द ही अपने घर चले जायेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 112 केस में 95 मरीज ठीक हो चुके हैं। रांची जिला राज्य में दो अन्य जिलों के साथ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जिला की अन्य उपलब्धियों के बारे में बताते हुए उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि एक्टिव केसेस पर लैक आॅफ पॉपुलेशन के मामले में झारखंड पांचवें स्थान पर है, जबकि पॉजिटिविटी रेट के मामले में जिला पूरे राज्य में छठे स्थान पर है। रांची जिला का केस पॉजिटिविटी रेट 1.18 प्रतिशत है।
रांची जिला का डबलिंग रेट राज्य से भी बेहतर
कोरोना संक्रमण की डबलिंग रेट के मामले में रांची जिला का प्रतिशत राज्य से भी बेहतर है। कुछ दिन पहले रांची जिला में डबलिंग रेट 3.5 प्रतिशत था, जो राज्य और देश से भी ज्यादा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों में सार्थक प्रयास की वजह से डबलिंग रेट 57.92 प्रतिशत पहुंच गया है। उपायुक्त ने बताया डबलिंग रेट वह मानक होता है, जिससे पता चलता है कि किस रेट से कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आ रहे हैं।
टेस्टिंग रेट के मामले में भी रांची जिला आगे
उपायुक्त ने बताया कि टेस्टिंग रेट के मामले में भी रांची जिला आगे है। अब तक रांची जिला में करीब दस हजार टेस्ट किये जा चुके हैं, जो कि देश की औसत जांच दर से ज्यादा है। उन्होंने बताया कि देश की औसत जांच दर प्रति लाख 205 है, जबकि रांची जिला में यह दर प्रति लाख 285 है। डीसी ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के 15 सक्रिय मामले हैं, जिनमें 10 मामले प्रवासी मजदूरों से जुड़े हुए हैं।