भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अभ्यास के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की घोषणा कर दी जिसके तहत रिले अभ्यास में बेटन एक दूसरे के हाथ में नहीं सौप सकेंगे। मुक्केबाज रिंग में नहीं उतरेंगे और इंडोर बैडमिंटन कोर्ट पर सिर्फ सिंगल्स खिलाड़ी अभ्यास करेंगे लेकिन अभ्यास कब शुरू होगा, यह स्पष्ट नहीं है।
एथलेटिक्स, हॉकी, बैडमिंटन, मुक्केबाजी और निशानेबाजी समेत 11 खेलों में आउटडोर अभ्यास की अनुमति दे दी गई है। भारोत्तोलक, तीरंदाज, साइकिलिस्ट, तलवारबाज, पहलवान और टेबल टेनिस खिलाड़ी भी सुरक्षा उपायों के साथ अभ्यास कर सकते हैं। इसके साथ ही संपर्क खेलों में स्पारिंग (अभ्यास के साथी) के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है जबकि स्विमिंग पूल का इस्तेमाल भी अभी नहीं कर सकेंगे।
गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के चौथे चरण में खेल परिसरों और स्टेडियमों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है, लेकिन यह नहीं बताया कि कोरोना वायरस महामारी के बीच अभ्यास कब बहाल होगा।
भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और महासचिव राजीव मेहता के बीच खिलाडि़यों की ट्रेनिंग को लेकर मतभेद होने लगे हैं। मेहता ने कहा, “जब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो हम ट्रेनिंग को फिर से शुरू करने को लेकर क्योंकि दौड़ रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि आगामी महीनों में कोरोना के मामले और बढ़ेंगे। ये एथलीट हमारे राष्ट्रीय खजाना है और उनका स्वास्थ्य हमारे लिए पहली प्राथमिकता है। उन्हें फिर से ट्रेनिंग शुरू करने का दबाव बनाना सही नहीं है। अगर उनमें से किसी को कोरोना हो गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।”
इससे पहले गुरुवार के दिन ही बत्रा ने मेहता को पत्र लिखकर सूचित किया कि महासचिव के रूप में उनकी कुछ जिम्मेदारियों को वापस ले लिया जाएगा। बत्रा ने कहा, ‘मैंने फैसला किया है कि आपके काम को कुछ कम कर दिया जाएगा और दिल्ली में कुछ लोगों के साथ आपकी जिम्मेदारियों को विभाजित कर दिया जाएगा। इससे आप नैनीताल में अपने परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे और साथ ही उत्तराखंड में अपने व्यवसाय पर ध्यान लगा पाएंगे।”