अजय शर्मा
रांची। पूर्व सरकार के श्रम मंत्री राज पलिवार अचानक चर्चा में आ गये हैं। सत्ता बदली, तो मंत्री को डोरंडा में मिला सरकारी आवास खाली करना पड़ा। आवास भी खाली करने में पलिवार ने थोड़ी देर लगा दी। जब यह सूचना मिल गयी कि देवघर के रहनेवाले पलिवार सरकारी आवास खाली कर जा चुके हैं, तो यही आवास वर्तमान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को आवंटित कर दिया गया। जब बन्ना गुप्ता उस आवास में गये, तो पाया कि घर के अलावा वहां सरकारी कोई भी सामान नहीं है। न तो एसी है, न ही आरओ (वाटर प्यूरीफायर), न तो सोफा है और न ही अन्य वैसे सामान, जो सरकार द्वारा आवास में उपलब्ध कराये गये थे।
संबंधित विभाग के अधिकारियों को जब इसकी सूचना दी गयी, तो टीम ने बन्ना गुप्ता के आवास पर पहुंच कर जांच की। एक सूची तैयार की गयी कि कौन-कौन से सामान नहीं हैं। तब पता चला कि एसी समेत अन्य सामान पलिवार अपने साथ लेते चले गये हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने देवघर स्थित अपने आवास में ये सामान इंस्टॉल भी करा दिया है। पलिवार के कर्मचारियों को खोजा जाने लगा। इसमें से एक मिल गया। उसे यह टास्क दिया गया कि वह पूर्व मंत्री से बात करे। उनके सामने दो रास्ते हैं। पहला यह कि जो सामान वह ले गये हैं, उनका मूल्य चुका दें। दूसरा रास्ता है कि वह सारा सामान वापस कर दें। उक्त कर्मचारी के अनुसार पलिवार ने कहा है कि वह इन सामान की कीमत चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस विभाग के ये सामान हैं, वह चाहे तो आकर ले जाये। बताते चलें कि ऐसे ही मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूरे देश में चर्चा का केंद्र बने रहे थे। उन पर आरोप लगा था कि वह अपने सरकारी आवास से नल आदि तक खोल कर ले गये हैं।

सभी सामान वापस कर दिया गया है : पालिवार
इधर पूर्व मंत्री राज पलिवार ने कहा है कि उन्होंने सरकारी आवास का सारा सामान वापस कर दिया है। विभाग ने उन्हें इस बाबत एनओसी जारी कर दिया है। यह मामला खत्म हो गया है।
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