कोरोना संकट के दौर में हर कोई परेशान है। सबसे ज्यादा तकलीफ प्रवासी मजदूरों को हो रही है। एक तो घर और गांव से दूर किसी दुसरे शहर में रहना और लॉकडाउन के चलते काम-धंधा बद हो जाने से परिवार को दो वक्त की रोटी खिलाना भी मुस्किल हो गया है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक प्रवासी अपने घर को वापस लौट जाएं। इसलिए श्रमिकों के लिए रोज कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अब 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजने का निर्णय लिया है और साथ ही निर्णय हुआ कि और तीन स्थानों पर इन ट्रेनों का ठहराव होगा।
रेलवे की ओर से जारी आदेश में, रेलवे जोनों को संबंधित राज्यों में गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव के लिये कहा गया है। राज्य सरकारों के आग्रह पर यह निर्णय किया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि ट्रेन में यात्रियों को ले जाने की क्षमता उसमें मौजूद शयनयान सीटों की संख्या के बराबर होनी चाहिए।