धर्मेंद्र महापात्र, कांकेर। बस्तर संभाग के कांकेर जिले में पुलिस ने नकली दरोगा गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह के सदस्य खुद को पुलिस कर्मचारी बताकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोगों से वसूली करते थे। इस गिरोह के शिकार खासतौर पर ट्रक चालक ही होते थे। यह घटना कांकेर जिले के चरमा थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, चरमा पुलिस ने अमन निर्मलकर और मिलन गिरी गोस्वामी को इस मामले में गिरफ्तार किया है। ये दोनों देर रात को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक चालकों से पैसे उगाही कर रहे थे। दोनों खुद को सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल का परिचय देकर जबरन वसूली चला रहे थे।

काफी दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुजरने वाले वाहनों को इसी तरह ये दोनों लूट रहे थे। इतना ही नहीं, पैसे देने से इनकार करने पर जेल-हवालात की धमकी भी देते थे। शनिवार की देर रात भी दोनों नकली सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल बनकर एक उगाही की घटना को अंजाम दे रहे थे।

खबर पाकर चरमा पुलिस तत्काल हरकत में आई। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जिसमें अमल निर्मलकर और मिलन गिरी गोस्वामी फंस गये।

चारामा थाने के सब-इंस्पेक्टर पवन ठाकुर ने बताया कि एक ट्रक चालक अपना वाहन सड़क किनारे खड़ाकर सो रहा था। उसी दौरान बाइक सवार दोनों नकली पुलिस कर्मचारी वहां आ पहुंचे। अपने आप को चरमा पुलिस थाने का सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल बताकर चालक को डरा धमकाने लगे और उससे 1800 रुपये व उसकी एक मोबाइल लेकर फरार हो गए।

इसकी शिकायत पाने के बाद चरमा पुलिस ने दोनों फर्जी पुलिस अधिकारी बने युवकों को रास्ते में ही धर दबोचा। दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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