कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली सरकार से बाजारों और दुकानों को उसी आधार पर खोलने की मांग की है, जिस तरह निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को फिर शुरू करने का ऐलान किया गया है। कारोबारी संगठन ने कहा कि वह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और अरविन्द केजरीवाल को पत्र भेजकर इस निर्णय की समीक्षा करने का आग्रह करेगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि निर्माण गतिविधियों और फैक्टरियों को खोलने का जो तर्क दिया गया है, वो बाजार और दुकानों पर ज्यादा अच्छे से लागू किया जा सकता है। क्योंकि दिल्ली व्यापार संघ सरकार का पूरी तरह से समर्थन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में व्यापार पूरी तरह ठप हो गया है। आर्थिक तंगी के बीच कारोबार कैसे शुरू किया जाएगा। व्यावसायिक गतिविधियों को इस तरह से बहाल किया जा सकता है, जिससे कोरोना वायरस का अधिक प्रसार न हो।
खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में बाजारों के खुलने का समय घटाया जा सकता है। बाजारों को अलग-अलग भागों में बांटने के साथ-साथ शनिवार-रविवार को रात्रि कर्फ्यू लगाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य कई तरह के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। लेकिन दुकानों और बाजार को खोलने की इच्छा चाहिए। कैट द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित बैठक में 508 व्यापारिक संगठनों के नेताओं ने एक स्वर में उपराजयपाल अनिल बैजल एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से 31 मई से दिल्ली के बाजारों को भी चरणबद्ध तरीके से खोलने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को अनलॉक करने की घोषणा एक दिन पहले की है। इसकी शुरुआत सोमवार, 31 मई से हो जाएगा। इसे निर्माण गतिविधियों को दोबारा शुरू करने और कारखानों को फिर से खोलने के साथ किया जाएगा। लेकिन, दिल्ली के व्यापारी समुदाय सरकार के बाजार न खोले जाने को लेकर बेहद नाराज हैं।