केंद्र सरकार राज्यों को कोरोना संक्रमितों के उपचार में संजीवनी बनी तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) मुहैया कराने में जुटी है। वहीं दिल्ली का स्थिति ये है कि वह दो सप्ताह से अधिक समय बीतने के बावजूद अब तक ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए खाली टैंकरों तक का इंतजाम नहीं कर सकी है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने केंद्र से ऑक्सीजन के कोटे के और बढ़ाने के साथ ही खाली टैंकरों की भी व्यवस्था करने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार से ऑक्सीजन टैंकर की मांग की है। विधायक ने कहा कि ‘हमारी मांग है कि जिस प्रकार से केंद्र सरकार राज्यों को ऑक्सीजन कोटा आवंटित कर रही है उसी तरह उसे ऑक्सीजन टैंकर भी उपलब्ध करवाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि केद्र हमारे कोटे के 187 क्रायोजेनिक टैंकर देने का कष्ट करे क्योंकि न ही दिल्ली के पास अपनी कोई ऑक्सीजन की फैक्ट्री है न ही हमारे पास टैंकर है । ये दोनों ही चीजें उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है।
विधायक ने कहा कि कल दिल्ली को उसके हिस्से की सबसे ज्यादा ऑक्सीजन मिली है। हालांकि उतनी भी ऑक्सीजन दिल्ली के लिए पर्याप्त नहीं है। केंद्र सरकार को ये तय करना होगा कि नियम के अनुसार सभी को ऑक्सीजन मिले न की बार-बार ऑक्सीजन के लिए हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़े।
चड्ढा ने आगे कहा कि न्यायालय में अपने लिखित जवाब में केंद्र सरकार ने ये माना है कि उसके पास कुल 1631 ऑक्सीजन के कंटेनर हैं। मतलब पूरे देश में ऑक्सीजन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए जितने टैंकर चाहिए केंद्र सरकार के पास उससे कहीं ज्यादा टैंकर उपलब्ध हैं। इसलिए हमारी मांग है कि दिल्ली को ऑक्सीजन के साथ टैंकर की भी मिले।