सुरेंद्रनगर जिले के वढ़वाण तहसील में वडोद गांव के पास बांध से आज निचले इलाके के गांव के चेक बांध को भरने के लिए छोड़ा गया पानी ग्रामीणाें के लिए आफत बन गया। नदी में छोड़े गए पानी से सौका-लिंबडी के पास एक पुल बह गया। जिससे लिंबडी तहसील के सौका, लियाद और ललियाड गांवों के दस हजार लोगों का अन्य स्थानों से संपर्क टूट गया है।
दरअसल, वढ़वाण तहसील के वडोद गांव में बने बांध के दो गेट खोल कर 960 क्यूसेक पानी लिंबडी भोगवा-2 नदी में छोड़ने का निर्णय अधिकारियों ने लिया। अधिकारियों का कहना है कि यहा पानी 13 गांवों के चेक बांधों को भरना था। लेकिन वडोद बांध के दो गेट खोलने से पानी का बहाव तेज होने से सौका-लिंबडी के बीच का पुल टूट गया। इसके साथ ही लिंबडी के सौका, लियाद और ललियाद गांवों के लगभग 10,000 लोगों का अन्य स्थानाे से संपर्क टूट गया।
प्रशासन ने वडोद बांध के निचले इलाके के बलदाना, उधल, लियाद, सौका, बोडीया, लिंबडी, उंटडी, चोकी, जाखन, चोरनिया, खंभलाव, पानीशाना, देवपारा और कनपारा के ग्रामीणों को नदी में न जाने के लिए सतर्क किया गया है।
इस संबंध में वडोद बांध के डे इंजीनियर आकाश पटेल ने बताया कि निचले इलाके के चेक डैम को भरने के लिए वडोद बांध से पानी छोड़ा गया था। इसके अलावा बांध को मरम्मत के लिए खाली करना भी जरूरी था। इस संबंध में वडोद बांध के सहायक अभियंता स्नेहल पटेल ने बताया कि वे सौका के सरपंच के लगातार संपर्क में हैं। वडोद बांध के दो गेट खुलने से लिंबडी की भोगवा-2 नदी में 960 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे सौका-लिंबडी के बीच का पुल टूट गया है।