देश में कोरोना की दूसरी लहर थम चुकी है और नए मामलों में लगातार कमी आ रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में कोरोना से ठीक होने वालों की दर में बढ़ोतरी हुई है. रिकवरी रेट बढ़कर 90 प्रतिशत हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में देश में 2,57,000 मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि 3,57,630 लोग रिकवर हुए हैं. 78% नए मामले 10 राज्यों से दर्ज किए जा रहे हैं. सिर्फ 7 राज्यों में प्रतिदिन 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.
इस बीच उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में 20 लोगों को कोरोना की दो अलग-अलग वैक्सीन लगाए जाने को लेकर मचे बवाल पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल (Dr. VK Paul) ने कहा कि इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है.
गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि अलग-अलग वैक्सीन लगने पर भी चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इसपर आगे फैसला लिया जाएगा.
डॉ वीके पॉल ने आगे कहा कि प्रोटोकॉल के हिसाब से सजग रहना है कि ऐसा न हो. व्यक्ति को पहले जो टीका लगे उसी का दूसरा टीका लगे. लेकिन फिर भी अगर ऐसा हो गया है तो इतना कोई महत्वपूर्ण मामला नहीं होना चाहिए. बता दें कि सिद्धार्थनगर में 20 लोगों को पहली डोज कोविशील्ड की और दूसरी डोज कोवैक्सीन की दे दी गई थी.
नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि ऐसी भी बातचीत चल रही है कि बदल के वैक्सीन लगे तो इम्यूनिटी ज्यादा होती है. लेकिन फिलहाल इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन जिन लोगों को कॉक्टेल वैक्सीन लगी है उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है.
वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अब तक 45 साल से अधिक आयु के 14.85 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है. 18-44 साल के बीच के लोगों को अब तक 1.39 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 1 सप्ताह में प्रतिदिन 21,00,000 टेस्ट किए जा रहे हैं. पॉजिटिविटी रेट देश में 10.45% रह गई है.