कुलगाम। कुलगाम में अखल के जंगल में आतंकवाद-रोधी अभियान मंगलवार को 12वें दिन भी जारी है। सुरक्षा बलों ने जंगल की प्राकृतिक गुफाओं और घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों का सफाया करने के लिए अपनी ताकत दोगुनी कर दी है। एक अधिकारी ने कहा कि अभियान अभी भी जारी है। सुरक्षा बल गुफा जैसी संरचनाओं में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जंगल में मौजूद आतंकवादी अत्यधिक प्रशिक्षित माने जा रहे हैं क्योंकि वह ड्रोन से बचने के लिए घने जंगलों का फायदा उठा रहे हैं। जिले के अकाल वन क्षेत्र में 1 अगस्त को शुरू हुई मुठभेड़ में सेना के दो जवान बलिदान हो गए हैं जबकि नौ अन्य घायल हो गए हैं।

मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए हैं। मारे गए आतंकवादियों की पहचान और उनके समूह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हाल के वर्षों में कश्मीर घाटी में यह सबसे लंबा आतंकवाद-रोधी अभियान है।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा चौबीसों घंटे अभियान की निगरानी कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version