देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। वहीं आए दिन कोरोना संक्रमण से हो रही मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। इसकी एक वजह देश भर में हो रही ऑक्सीजन की कमी है। भारत में ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने देश भर में ऑक्सीजन वितरण की निगरानी के लिए नेशनल टास्क फोर्स बनाई है। कोर्ट के इस फैसले को शिवसेना ने सही ठहराया है।
ऑक्सिजन की कमी से मर रहे लोग- राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि ‘देश में ऑक्सिजन की कमी है इसीलिए तो सुप्रीम कोर्ट ने नैशनल टास्क फोर्स (NTF) बनाई है। लोग ऑक्सिजन की कमी से मर रहे हैं। महाराष्ट्र को भी ऑक्सिजन की कमी का सामना करना पड़ा था, लेकिन हमारी सरकार ने इसे अच्छी तरह से नियंत्रित कर लिया। एनटीएफ को कड़ी मेहनत करनी होगी।’
SC ने बनाई नेशनल टास्क फोर्स
गौरतलब है कि कोरोना के इस संकट काल में ऑक्सीजन की कमी से लगातार हो रही मौतों को देखते हुए अब सुप्रीम कोर्ट ऐक्शन में आ गया है। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपने आदेश में पूरे देश के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता और वितरण का आंकलन करने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यबल (एनटीएफ) का गठन किया।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के पास लगातार ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे राज्यों के मामले आ रहे हैं। शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने केंद्र को कोविड-19 मरीजों के इलाज के वास्ते राज्य के लिए ऑक्सीजन का आवंटन 965 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 1200 मीट्रिक टन करने का निर्देश देने के कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश में शुक्रवार को हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया।