- सीएम भाजपा पर जम कर बरसे, कहा- कुर्सी पर जनता ने बिठाया
अजय शर्मा
रांची। रांची। झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय की लगातार चल रही कार्रवाई के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बड़ा बयान दिया है। दिल्ली दौरे के दौरान रविवार को एक निजी चैनल को दिये इंटरव्यू में मुख्यमंत्री से पूछा गया कि प्रदेश में इडी की कार्रवाई क्या उनके तक पहुंचने की साजिश है। इस पर उन्होंने कहा कि गलती से भी इडी उन तक पहुंच गयी, तो उन्हें कितनी परेशानी झेलनी पड़ेगी, उसका अंदेशा उसे नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जब इडी से सब कुछ संभव नहीं हो रहा है, तो वह सीबीआइ का सहारा लेना चाहती है। सीएम ने स्पष्ट कर दिया, वे सभी बातों का सही जवाब देंगे, चाहे राजनीतिक जवाब हो या कानूनी।
जेएमएम चाहता है कि दूध का दूध और पानी का पानी हो : सीएम ने यह भी कहा कि इडी जिस दिशा में आये, वे हर जांच के लिए तैयार खड़े हैं। वे सारे सवालों का जवाब देंगे। वहीं, इडी की छापेमारी को लेकर कहा कि यह तो कानूनी रूप से जांच एजेंसी का कर्तव्य बनाता है, लेकिन इसमें संदेह इसलिए भी लगता है कि अब तक जितनों पर छापा मारा गया है, उसमें से कितनों पर कार्रवाई की गयी है। जेएमएम चाहती है कि दूध का दूध और पानी का पानी हो। ऐसा इसलिए, क्योंकि जिस घोटाले के तहत इडी कार्रवाई कर रही है, वह घोटाला 2008 का है। उस समय हम नहीं बीजेपी सत्ता में थी।
उन्होंने भाजपा का नाम लिये बगैर कहा, इस समय संवैधानिक संस्थाओं का हाल क्या है, यह सब कोई जानता है, किसी से छुपा नहीं है। खूब हो हंगामा हुआ था, आखिर हुआ क्या, नारकोटिक्स मामले में शाहरुख खान के पुत्र आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी गयी। सीएम ने कहा कि इडी की कार्रवाई को मैं उसी तरीके से देख रहा हूं। क्लीन चिट उन्हें भी मिलेगी।
इडी को जांचना था कुछ और कर रही है कुछ और : मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इडी की कार्रवाई किस संदर्भ में हुई है, आप सबको मालूम ह।ै मुझे लगता है कि जब मैं राजनीतिक क्षेत्र में नहीं था, ना एमपी था, ना एमएलए था। यह वर्ष 2007-8 की बात रही होगी। उस समय 34 करोड़ के घोटाले का मामला है। इडी इसकी जांच नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मुझे अब तक कुछ नहीं पता है कि इडी की टीम खूंटी में जाकर इस घोटाले से संबंधित लोगों से भी कोई पूछताछ की या नहीं। इडी को उस घोटाले से कोई मतलब है। उसकी मंशा तो कुछ और है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में 20-25 दिनों से जो कुछ हो रहा है, जो चहलकदमी हो रही है, उस पर ना तो इडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया और नहीं वेबसाइट पर ही कुछ सार्वजनिक की गयी कि क्या मिला, क्या नहीं मिला। इस मामले में कुछ भी राज्य या देश की जनता को नहीं बताया गया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि जहां तक मैं बतौर मुख्यमंत्री राज्य को देख रहा हूं, इडी मनरेगा के घोटाले की जांच कर रही है जो खूंटी और चतरा जिले में हुई ह, लेकिन अभी तक यह संज्ञान में नहीं आया कि इडभ् के पदाधिकारी जांच करने वहां गये भी होंगे, मुझे नहीं लगता कि वह मनरेगा के घोटालों में शामिल लोगों की तलाश भी कर रहे हैं और ना ही उनकी कोई इच्छा भी है।
भाजपा का कार्यालय बनाया था बोर्ड के अध्यक्ष ने : उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने पहली बार खनिज विकास निगम बोर्ड में किसी राजनीतिक व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया था। उसी के कार्यकाल में भाजपा का बड़ा कार्यालय भी बना, इसे सब कोई जानता है।
केंद्र पर हमला : सीएम ने कहा कि भारत सरकार ने 36000 करोड़ रुपया अब तक झारखंड को नहीं दिया है आजादी के बाद से ही यह बकाया है।
उत्खनन खनिज संपदाओं का होता रहा, लेकिन हिस्सेदारी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से उन्होंने दरवाजा खोला है और कभी 200 करोड़, तो कभी तीन सौ करोड़ रुपये केंद्र ने दिये हैं। यह हम पर लगाते हैं आरोप : मुख्यमंत्री ने कहा कि ये हम पर आरोप लगाते हैं। उनका इशारा भाजपा की ओर था। उन्होंने कहा कि क्या कोई सीएम 80 डिसमिल का घोटला करेगा।
ना कोयला और न आयरन ओर का आॅप्शन हुआ : मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन सालों में ना तो कोयला और न ही आयरन ओर का आक्शन हुआ। हमारी सरकार बने ती साल हुए हैं। दो साल कोविड-19 में गये, जब आॅक्शन ही नहीं हुआ तो फिर तलाश क्या हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद अधिकांश समय भाजपा सरकार में रही। भाजपा के कारण राज्य की स्थिति यह है कि झारखंड सर्वोच्च राज्य के बदले सबसे निचले पायदान पर है।
आदिवासी दलित पिछड़े विस्थापित होते रहे : मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज के कारण आदिवासी दलित पिछड़े विस्थापित होते रहे और सरकारें उनकी कोई सुधि नहीं ली। वे बंगाल, असम और लेह लद्दाख में मजदूरी कर रहे हैं।
पिछड़ेपन का कारण जनता नहीं चरागाह बनानेवालों का है : सीएम ने कहा कि मैंने थोड़ा रिसर्च किया। गहराई में जानने के प्रयास किये तो पता चला कि राज्य के पिछड़ेपन का कारण यहां की जनता नहीं, पूर्व की वे सरकारी रही हैं, जिहोंने इसे चरागाह बना रखा था।
हम झुकनेवाले नहीं, हर एक का जवाब देंगे
राज्य में मनरेगा के रास्ते घुसे जरूर हैं, लेकिन जाना चाहते हैं कहीं और
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इडी मनरेगा के रास्ते जरूर घुसी है, लेकिन वह जाना कहीं और चाहती है। उन्होंने कहा कि वह भी देखेंगे, समय आने दीजिए परत दर परत चीजें सामने आयेंगी। हम देखते हैं कि इडी कहां तक जाती है। हमें कोई एतराज नहीं है छानबीन से और न कहीं जोन से। लेकिन उनके कार्यकलापों से और मंशा से कुछ और दिखाई पड़ रहा है।
भाजपा पर आरोप लगाया, ये तो 500 साल पुराने मामलों को खोज रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा घोटाला 14 साल पुराना है। यह तो मोहनजोदड़ो की तरह खुदाई कर रहे हैं। अब मंदिर मस्जिद की खुदाई हो रही है। देखते जाइए आगे होता क्या है।