आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर नसीहत दी है। उनहोंने अपने ट्वीट् में लिखा है कि खबरों से पता चला है कि दुमका के माइनिंग चालान से पाकुड़ जिला में पत्थरों की ढुलाई हो रही थी। पाकुड़ डीसी के पत्र पर दुमका डीसी जांच टीम से जांच करा रहे हैं। कोलकाता के जिस सीटीएस कंपनी के हरिपुर (शिकारीपाड़ा) स्थित क्रशर प्लांट का चालान पाकुड़ में पकड़ाया, उस कंपनी के लोगों ने दुमका प्रशासन की टीम को सहयोग करने से साफ मना कर दिया। जांच टीम जब पिनरगड़िया जेबीआर रेलवे रैक पॉइंट पहुंची तो जेबीआर के कर्मियों ने भी प्रशासन की टीम को सहयोग नहीं किया। जांच में सहयोग नहीं करने की हिम्मत ऐसे लोगों को कहां से मिलती है? वैसे इलाके में चर्चा है कि ये घपला झारखंड के राज परिवार से जुड़ा हुआ है। इसलिये बिल्ली के गले घंटी बांधने का साहस कोई नहीं कर रहा है। दो जिलों से जुड़े ऐसे खनन मामलों की उच्चस्तरीय जांच कराइये मुख्यमंत्री हेमंत जी। वरना देर-सबेर इडी या कोई अन्य केंद्रीय एजेंसी तो जांच करने आयेगी ही।

राज्य की बिजली व्यवस्था पर भी जताई चिंता
माननीय मुख्यमंत्री जी, राज्य की जनता बिजली की भारी कमी और विभाग की कुव्यवस्था से त्रस्त हैं। दूसरी तरफ ऊर्जा विभाग के अधिकारी स्मार्ट मीटर लगवाकर सभी मायने में स्मार्ट बनने के लिये व्यस्त और मस्त हैं। आप मुख्यमंत्री के साथ विभागीय मंत्री भी है कब तक जनता को त्राहिमाम करवायेंगे?

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version