चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई द्वारा समर्थित जबरन वसूली गिरोह के तीन सदस्यों का पर्दाफाश किया है। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान जीरकपुर निवासी रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी, चंडीगढ़ निवासी मोहित भारद्वाज और अर्जुन ठाकुर के रूप में हुई है।

डीजीपी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल मोहाली ने तत्काल कार्रवाई शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप रंगदारी गिरोह में शामिल इन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपित रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी के पास से 14.78 लाख रुपये नकद और आरोपितों के पास से मोबाइल फोन व अन्य पुख्ता सबूत भी बरामद किए हैं।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपित ऑनलाइन गैंबलिंग प्लेटफॉर्म ‘डायमंड एक्सचेंज’ का इस्तेमाल कर ऑनलाइन गेमिंग में शामिल होने और कम शुल्क पर सट्टा लगाकर मोटा मुनाफा कमाने के लिए लोगों को ठग रहे थे। कुछ इनाम जीतने के बाद पीड़ित सट्टे में हारना शुरू कर देता था और फिर आरोपित लाखों रुपये क्रेडिट पर देने की पेशकश करते थे। एक बार जब क्रेडिट के माध्यम से पैसा मिल जाता है, तो आरोपित उस राशि पर भारी ब्याज वसूलता है, जो कई बार करोड़ों रुपये में हो जाता था।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जब पीड़ित पैसे वापस नहीं कर पाता था तो ये अपराधी जेल और विदेश में अपने गैंगस्टर साथियों के जरिए उन्हें धमकी भरे फोन काल करते थे। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस टीमों ने भुगतान के विभिन्न तरीकों और बैंक खातों की जांच की, जिनके जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए। आरोपितों की गतिविधियों से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल की गई वेबसाइट के मालिक और इसके संचालन के स्थान की पहचान करने के लिए जांच जारी है।

आगे की जानकारी देते हुए एआईजी, एसएसओसी, एसएएस नगर अश्विनी कपूर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित एसएएस नगर के सेक्टर 69 में किराये के फ्लैट से गैंग चले रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बात भी सामने आई है कि आरोपितों ने लारेंस बिश्नोई गिरोह के इशारे पर मोहाली और चंडीगढ़ में नाइट क्लब और बार मालिकों और कारोबारियों से रंगदारी की गतिविधियों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है।

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