Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 22
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»ताजा खबरें»सिक्किम स्थापना दिवस पर आज कई जगह कार्यक्रम
    ताजा खबरें

    सिक्किम स्थापना दिवस पर आज कई जगह कार्यक्रम

    sunil kumar prajapatiBy sunil kumar prajapatiMay 16, 2023No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    गंगटोक । सिक्किम राज्य का आज (मंगलवार) 48वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर राज्य में कई जगह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 16 मई, 1975 को सिक्किम का 22वें राज्य के रूप में भारतीय संघ में विलय हो हुआ था। इससे पहले, सिक्किम राजशाही राज्य था। नामग्याल राजवंश ने सिक्किम पर 300 से अधिक वर्षों तक शासन किया। 1970 के दशक में सिक्किम में लोगों ने राजशाही के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की और लोकतंत्र की मांग करने लगे।

    इस बीच,  राजशाही और लोकतंत्र को लेकर जनमत संग्रह हुआ। इसमें अधिकांश लोगों ने लोकतंत्र के पक्ष में मतदान किया। इस तरह सिक्किम जनमत संग्रह के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का हिस्सा बना।

    लोकतंत्र समर्थक एलडी काजी सिक्किम के पहले मुख्यमंत्री बने। काजी के बाद नर बहादुर भंडारी सिक्किम के दूसरे मुख्यमंत्री बने। उन्होंने करीब 15 साल तक सिक्किम की बागडोर संभाली।

    स्वर्गीय भंडारी के बाद पवन चामलिंग करीब 25 साल तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। वह देश में इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने वाले किसी क्षेत्रीय राजनीतिक दल के पहले नेता हैं।

    इस बीच बीबी गुरुंग भी सिक्किम के मुख्यमंत्री बने। लेकिन, वे इस पद पर केवल 13 दिन ही रहे। संचमान लिंबू भी छह महीने के लिए मुख्यमंत्री बने। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब सिक्किम की बागडोर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के हाथों में है। उन्होंने 25 साल तक मुख्यमंत्री रहे पवन चामलिंग को हटाकर यह मुकाम हासिल किया है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर, कच्चा तेल 76 डॉलर प्रति बैरल के करीब
    Next Article प्रधानमंत्री ने 71,206 युवाओं को सौंपे नियुक्ति-पत्र
    sunil kumar prajapati

      Related Posts

      प्रधानमंत्री मोदी का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशाखापत्तनम में उद्बोधन-‘योग ने पूरे विश्व को जोड़ा’

      June 21, 2025

      सीवान में प्रधानमंत्री मोदी बोले– बिहार की प्रगति में ब्रेक लगाने वालों से सतर्क रहें

      June 20, 2025

      ईरान में फंसे बंगाल के तीर्थयात्री और छात्र, परिजनों ने लगाई सरकार से लगाई गुहार

      June 20, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री मोदी का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशाखापत्तनम में उद्बोधन-‘योग ने पूरे विश्व को जोड़ा’
      • ढाका में विवि छात्रों के निष्कासन का विरोध, सड़क कर दी जाम
      • शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अबतक 1.39 फीसदी घटकर 4.59 लाख करोड़ रुपये
      • योग हमारी परंपरा, नई पीढ़ी तक पहुंचने की जरूरत :स्वास्थ्य मंत्री
      • सीबीआई ने बीस हजार घूस लेते बैंक अधिकारी को पकड़ा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version