- बेंगलुरु में विधायक दल की बैठक का फैसला
आजाद सिपाही संवाददाता
बेंगलुरु। कर्नाटक के नये सीएम का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा। नवनिर्वाचित विधायकों की रविवार को यहां संपन्न बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया। बैठक में तीन केंद्रीय पर्यवेक्षक के अलावा सभी विधायक, प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी और अन्य नेता उपस्थित थे। होटल शांगरी-ला में करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने मीडिया को यह जानकारी दी। दोनों ने बताया कि नयी सरकार का शपथ ग्रहण 18 मई को होगा और इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल होंगी।
बैठक से पहले चार नेताओं ने की अलग मुलाकात
विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले चार नेताओं ने अलग से बैठक की। इन नेताओं में कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, डीके शिवकुमार, सिद्धारमैया और केसी वेणुगोपाल शामिल थे। बैठक के बारे में आधिकारिक जानकारी तो नहीं मिली है, लेकिन बाद में शिवकुमार ने कहा कि उनका सिद्धारमैया से कोई मतभेद नहीं है।
शिवकुमार समर्थकों ने की नारेबाजी
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के आवास के बाहर भारी संख्या में समर्थक जमा हो गये और ‘हम डीके शिवकुमार को सीएम बनाना चाहते हैं’ के नारे लगाने लगे। शिवकुमार के समर्थकों ने बेंगलुरु में पार्टी विधायक दल की बैठक से पहले ‘डीके शिवकुमार को सीएम’ बनाये जाने के नारे लगाये।
थोड़ा इंतजार करें : मल्लिकार्जुन खड़गे
इधर दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद आलाकमान को रिपोर्ट सौंपी जायेगी। इसके बाद आलाकमान को मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने में थोड़ा समय लगेगा। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक सुशील कुमार शिंदे, भंवर जितेंद्र सिंह और दीपक बावरिया बेंगलुरु में हैं। विधायक दल की बैठक के बाद वे अपनी राय हाइकमान से साझा करेंगे और फिर हाइकमान यहां से अपना फैसला भेजेगा। इसमें थोड़ा समय लग सकता है। खड़गे ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने भाजपा को नकार कर कांग्रेस पार्टी को फिर से सत्ता में लाया है। लोगों ने हमें रिकॉर्ड संख्या में वोट दिये हैं। हम अपने मंत्रिमंडल के गठन के बाद अपने घोषणा पत्र में जनता से किये गये सभी पांच वादों को लागू करेंगे।
सिद्धारमैया, शिवकुमार के अलावा दो और नेता रेस में
इस बीच जानकारी मिल रही है कि कर्नाटक में सीएम पद की रेस में दो नहीं, चार नाम शामिल हैं। इनमें डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के अलावा एमबी पाटिल और जी परमेश्वर शामिल हैं। कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामलिंगा रेड्डी ने बताया कि इसमें कुछ असामान्य नहीं है। हर पार्टी में लोगों की महत्वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन सिर्फ एक ही सीएम बनता है। कर्नाटक में भी यही होगा।