पटना। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) में इस बार भी बिहार की बेटियों ने अपना परचम लहराया है। यूपीएससी 2022 के रिजल्ट में देशभर में पहला और दूसरा स्थान हासिल करने वाली दोनों बिहार की ही बेटियां हैं। इस सफलता के पीछे बिहार सरकार के प्रयासों का योगदान है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शिता और उनके विजनरी होने का ये प्रतिफल है जो सफलता के रूप में बिहार की बेटियों को हासिल हुई है।
बिहार सरकार के महिला एवं बाल विकास निगम ने सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि योजना के तहत राज्य की 34 बेटियों को एक-एक लाख रुपये की मदद दी जिसमें छह लड़कियों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। इन लड़कियों में देशभर में दूसरे स्थान हासिल करने वाली बक्सर की गरिमा लोहिया भी शामिल है। गरिमा के अलावा पटना की अनन्या समरियार ने 115 वीं रैंक, प्रीति कुमारी ने 130 वीं रैंक, आकांक्षा आनंद 205 वां रैंक, अरवल की कुमार सौम्या 502 वां रैंक तो वहीं नालंदा का अपूर्वा रस्तोगी ने 604 वीं रैंक प्राप्त किया है।
इन अभ्यर्थियों को दी जाती है प्रोत्साहन राशि
बिहार सरकार द्वारा साल 2021 में सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के तहत यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली महिला अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के लिए एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यह राशि अधिसूचित अत्यंत पिछड़े वर्ग के स्थाई निवासी अभ्यार्थियों को दी जाती है।