दुमका। झारखंड की दुमका लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहीं सीता सोरेन के देवर और झारखंड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन ने दावा किया था कि सीता सोरेन का भाजपा से मोहभंग हो गया है और वह वापस अपने परिवार में लौट सकती हैं। सीता सोरेन गुरुवार को दुमका में ससुर शिबू सोरेन के आवास पर गयी थीं, जहां बसंत सोरेन से उनकी मुलाकात हुई थी। इसके अगले दिन शुक्रवार को बसंत सोरेन ने कहा था कि मोदी परिवार से उनका भ्रम टूट गया है। अब वह शायद वापस सोरेन परिवार में लौटना चाहती हैं। बसंत ने कहा कि सीता सोरेन की मुलाकात के दौरान कई बातें हुई हैं।
सीता सोरेन ने किया पलटवार
हालांकि सीता सोरेन ने बसंत के इस बयान पर कहा है कि झामुमो के लोग भ्रम नहीं पालें। सीता ने कहा कि बसंत सोरेन से मुलाकात के दौरान उनकी पार्टी या राजनीति के मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। सीता सोरेन ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस बात से इंकार किया है कि वह झामुमो परिवार में फिर से जाना चाहती हैं। दुमका गोशाला रोड में अपने आवास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बसंत सोरेन ने मेरे बारे में जो बयान दिया है ,वह सब बिल्कुल बेबुनियाद हैं। जबकि सच तो यह है कि मैं जब कल अपने खिजुरिया आवास पर गयी थी, तो वहां बसंत सोरेन ने मुझे भाजपा में शामिल होने और यहां मुझे मिल रहे सम्मान को लेकर बधाई दी थी। साथ ही कहा कि मेरे लिए भी आप भाजपा में कोई बेहतर स्थान देखें।
खुद को दरकिनार महसूस कर रहे हैं बसंत
सीता सोरेन ने कहा कि बसंत सोरेन इन दिनों झामुमो में जो चल रहा है, उससे परेशान हैं। जब से कल्पना सोरेन पार्टी में सक्रिय हुई हैं, वह अपने आपको दरकिनार महसूस कर रहे हैं। हाल ही में रांची में जो उलगुलान रैली हुई थी, उसमें भी उन्होंने कल्पना सोरेन के साथ मंच साझा नहीं किया था। कल्पना सोरेन ने आते ही झामुमो पर कब्जा जमा लिया है। इससे बसंत सोरेन उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि वह भाजपा में आना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने मुझसे बात की है। कहा कि झामुमो में कल्पना सोरेन किस पद पर हैं, यह स्पष्ट करना चाहिए। वर्तमान मुख्यमंत्री को भी उपेक्षित किया जा रहा है। हाल ही में राहुल गांधी के कार्यक्रम में यह दिखा। मोदी परिवार में जो सम्मान मिला है, उससे अब झामुमो परिवार की ओर झांकना भी नहीं चाहती हूं। अब वहां केवल महाभारत की स्थति बनी हुई है और उस महाभारत से दूर रह कर क्षेत्र का विकास करना चाहती हूं।