-इडी की रडार पर झारखंड सरकार के दो मंत्री
-बादल और हफीजुल को समन भेजने की तैयारी
-घोटाले में सामने आया नाम, जल्द पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी
-आइएएस मनीष रंजन से आज होगी पूछताछ
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के बाद अब अन्य दो मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की रेडार पर हैं। सूत्रों के मुताबिक टेंडर घोटाला मामले में इन दो मंत्रियों का नाम भी सामने आया है। इडी इन्हें समन भेजने की तैयारी में है। इडी जल्द ही उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। बादल कृषि मंत्री हैं और हफीजुल पर्यटन मंत्री हैं। उधर, भू-राजस्व विभाग के सचिव आइएएस मनीष रंजन (पूर्व सचिव, ग्रामीण विकास विभाग) को शुक्रवार को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। उनके अलावा कई और अधिकारियों की भी इसमें संलिप्तता सामने आ रही है। उन्हें भी जल्द ही तलब किया जायेगा।
निशिकांत का बयान हो रहा है वायरल
बादल और हफीजुल हसन कैसे इन मामलों में घिरे हैं, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आयी है। इसी बीच निशिकांत दुबे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस को कितनी भी गाली दूं ऐसे दो नेता हैं, जो मेरे खिलाफ कभी नहीं बोलते, बादल और हफीजुल हसन। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि वे मेरा सम्मान करते हैं, इसलिए नहीं बोलते कि वे डरते हैं कि मैंने हेमंत सोरेन को जेल भिजवा दिया, अगर किसी दिन हम बोल दिये, तो हमें भी जेल भिजवा देंगे।
कमीशनखोरी के मिल रहे सबूत दर सबूत:
गौरतलब है कि ग्रामीण विकास विभाग में टेडर कमीशन घोटाले को लेकर पिछले दिनों विभागीय मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया था। वह अभी इडी की हिरासत में हैं। इडी उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले इडी ने आलमगीर के पीएस संजीव लाल, उसके नौकर जहांगीर और अन्य लोगों के यहां छापेमारी की थी। इसमें लगभग 34 करोड़ नगद बदामद हुए थे। इडी ने संजीव लाल और जहांगीर को गिररफ्तार किया था। उन दोनों से इडी पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो इडी को जांच में कमीशनखोरी के नये-नये सबूत मिल रहे हैं।
डायरी में हो रहे कई खुलासे:
सूत्रों के मुताबिक इडी को जो दस्तावेज में मिले हैं, उसमें रुपयों के लेन-देन, रुपया पहुंचाने आदि की सारी बातें हैं। उसमें किसी गुप्ता का भी जिक्र है। इडी को गु्प्ता नामक व्यक्ति की तलाश है। इडी ने कमीशन और उसमें मंत्री की हिस्सेदारी को लेकर एक नया एक्सेल शीट भी कोर्ट में पेश किया। इसमें रांची, सिमडेगा, पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा, गिरिडीह, देवघर सहित अन्य जिलों की योजनाओं का ब्योरा दर्ज है। इसी एक्सेल शीट के एक कॉलम में टेंडर की राशि, कुल कमीशन और मंत्री के कमीशन का ब्योरा लिखा है। इसमें मंत्री को 1.30 करोड़ रुपये बतौर कमीशन देने का भी उल्लेख है। इडी ने कोर्ट में हाथ से लिखी गयी डायरी का एक पन्ना भी सौंपा। इस पन्ने पर सबसे ऊपर पहले भी ‘साहब’ को 2.50 देने का उल्लेख है। इसके अलावा एं-1 और गुप्ता और मुन्ना का नाम है। डायरी के इसी पन्ने में किस रंग के बैग में रुपये लाये गये, इसका भी उल्लेख है।