रांची। झारखंड में कई आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं, लेकिन झारखंड पुलिस के लिए दो गिरोह चुनौती बना हुआ है। पुलिस ने इन दोनों गिरोह के कई अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद भी रंगदारी मांगने का सिलसिला थमने का नहीं ले रहा है। पुलिस कहती है कि जल्द प्रिंस खान और अमन साहू गिरोह के सुनील मीणा को पकड़ लिया जायेगा। उसके ठिकानों की तलाश पूरी हो गयी है, मगर इस दावे के विपरीत दोनों गिरोह का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। कभी व्यवसायियों को धमकी, तो कहीं घर के बाहर फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं। गिरोह की इस हरकत से व्यवसायी वर्ग खौफ में है।
धनबाद में गैंग्स ऑफ वासेपुर का आतंक है। प्रिंस खान इसी गैंग से ताल्लुक रखता है। धनबाद पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती है। झारखंड पुलिस की टीम इसे गिरफ्तार करने का लगातार प्रयास कर रही है। इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि प्रिंस खान भारत से बाहर शारजाह में बैठ कर अपना गैंग आॅपरेट कर रहा है। वह वहीं से धनबाद में हत्या तक करवा रहा है। वह लगातार वीडियो जारी कर कारोबारियों को धमकी देता है और उनसे रंगदारी वसूलता है। प्रिंस खान पर हत्या, रंगदारी जैसे तीन दर्जन मामले दर्ज हैं।
जेल में अमन, गिरोह की सक्रियता कम नहीं
झारखंड में कई आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं। लेकिन इन दिनों अन्य गिरोह की तुलना में अमन साहू गिरोह का उत्पात बढ़ा है। खासकर यह गिरोह राज्य के लातेहार, चतरा, रामगढ़, हजारीबाग और रांची के कोयलांचल क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है। इस गिरोह द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद मयंक सिंह नाम का व्यक्ति घटना की जिम्मेवारी भी लेता है। अमन साहू के जेल में बंद होने के बावजूद उसके गिरोह की सक्रियता कम नहीं हुई है। अमन साहू जेल से ही अपना गिरोह चला रहा है। जानकारी के मुताबिक मयंक इन दिनों मलेशिया में बैठकर एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है।