चाइबासा। खूंटी- चाइबासा बॉर्डर स्थित जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में गुरुवार को भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया। पता चला है कि बुधराम की एक निजी जिंदगी थी। वह एक साल बाद लव मैरिज करने वाला था। फोन और चिट्ठियों के जरिए दोनों की बातचीत होती थी। शादी तक बात पहुंच भी गयी थी। लड़की ने बुधराम को शादी के लिए प्रपोज भी किया था। बुधराम भी शादी करना चाहता था, लेकिन जो काम वह करता था, उसको लेकर उसके मन में एक झिझक सी थी। उसे डर था कि कहीं उसके कामकाज को लेकर लड़की नाराज ना हो जाये। लड़की को वह आश्वस्त कर देना चाहता था। इसलिए उसने एक साल के समय की मांग की थी।

पुलिस तक पहुंच गया लव लेटर
उसकी लिखी ये बातें प्रेमिका तक पहुंच पाती, उससे पहले ही वह मुठभेड़ में मारा गया। चिट्ठी पुलिस तक जा पहुंची और इस अधूरी प्रेम कहानी के बारे में दुनिया को पता चल गया। बुधराम और उसकी प्रेमिका एक साल बाद शादी करने वाले थे, लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। बुरे कर्मों का नतीजा भी बुरा ही होता है। वह मारा गया।

पॉकेट से मिला लव लेटर
बुधराम की जेब से पुलिस को लव लेटर मिला, जिसमें उसने अपनी प्रेमिका से शादी के लिए एक साल का समय मांगा था। पत्र के कुछ पन्ने ही पुलिस को मिल पये हैं। इन्हीं पन्नों के जरिए नक्सली की प्रेम कहानी का पता चला। बुधराम मुंडा गांव की ही एक लड़की से प्यार करता था। नक्सली संगठन में शामिल होने के पहले से ही वह इस लड़की से प्यार करता था, लेकिन कुछ कारणों से वह नक्सली बन गया।

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