रांची। मदर्स डे के अवसर पर मां की अदम्य शक्ति और समर्पण को सम्मानित किया जाता है। इस दिन घरों में उनकी दायित्वपूर्ण भूमिका और कार्यस्थल पर उनके कौशल की सराहना की जाती है। जिन नौकरियों में पहले महिलाओं का प्रतिनिधित्व शून्य या बहुत कम हुआ करता था, अब वहां महिलाओं की प्रतिभागिता बढ़ती जा रही है, जो अपनी प्रतिभा, मल्टीटास्किंग और दबाव संभालने के कौशल द्वारा संगठन को आगे बढ़ा रही हैं।

प्रेमा की कहानी इस ट्रेंड का एक अप्रतिम उदाहरण है। वे एक सिंगल मदर हैं, जिन्होंने न केवल बढ़ता हुआ ट्रकिंग व्यवसाय संभाला, बल्कि दूसरों को भी इस गतिशील उद्योग में आने की प्रेरणा दी।

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