भागलपुर। बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को हर-हर गंगे और बाबा भोलेनाथ के जयकारों से पूरा अजगैवीनगरी का माहौल भक्तिमय बना रहा। अहले सुबह से ही बिहार, झारखंड, बंगाल, उड़ीसा सहित मिथिलांचल के हजारों श्रद्धालुओं ने सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।

स्नान ध्यान के बाद श्रद्धालु ने मां गंगा और बाबा अजगैबीनाथ मंदिर में बेलपत्र, फूल, अक्षर धूप, दीप मिठाई और नैवेद्य से पूजा अर्चना कर अपने और अपने परिवार की सुख शांति और समृद्धि की कामना की। जिसके बाद श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर पंडा पुरोहितों एवं गरीबों के बीच अन्न, वस्त्र एवं दान दक्षिणा देकर पूज्य का लाभ भी कमाया‌। वहीं मुंडन का शुभ तिथि होने के कारण बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा और झारखंड के गिरिडीह कोडरमा, पलामू, चतरा, धनबाद, बोकारो सहित अन्य जिलों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर अपने बच्चों के मुंडन संस्कार कराया और जलपात्र में गंगाजल भरकर वाहन से देवघर रवाना हुए।

श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में रही। हर चौक चौराहों पर पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है और गंगा घाटों में एसडीआरएफ टीम गोताखोर की भी तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित गंगा स्नान कर सकुशल अपने घर को लौट सके। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज ही के दिन बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी। आज ही के दिन बुद्ध का महानिर्वाण भी हुआ था। वहीं भगवान कृष्ण ने सुदामा को विनायक उपवास रखने का महत्व भी आज ही के दिन बताया था।

आज के ही दिन भगवान नरसिंह ने अवतार लिया था। बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर पूजन करने से असीम पूण्य का लाभ मिलता है। हर तरह के पाप नष्ट होते हैं और कई दोष से मुक्ति भी मिल जाती है। यही कारण है कि दिनभर गंगा तट पर श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version