इंफाल। मणिपुर में फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद अब एक बार फिर सरकार बंनाने की कवायद तेज हो गई है। नई सरकार बनाने के लिए भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह बुधवार को 9 विधायकों के साथ राजभवन गए और राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की। उन्होंने दावा किया है कि 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
राधेश्याम ने राजभवन के बाहर पत्रकारों से कहा कि हमने राज्यपाल को इस मामले से अवगत करा दिया है। हमने राज्यपाल के साथ इस बात पर भी चर्चा की कि मौजूदा समस्या का समाधान क्या हो सकता है। राज्यपाल ने हमारी बातें सुनीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे लोगों के हित में सकारात्मक कदम उठाएंगे। राधेश्याम ने कहा कि 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। अब केंद्रीय नेतृत्व और राज्यपाल इस मामले पर विचार करेंगे।
राधेश्याम सिंह ने कहा, स्पीकर थोकचोम सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से मुलाकात की है। कोई भी नई सरकार के गठन के खिलाफ नहीं है। हर कोई चाहता है कि राज्य में सरकार बने। राधेश्याम ने कहा, ‘सरकार न होने के कारण लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में दो साल काेराेना की भेंट चढ़ गए। इस कार्यकाल के दौरान हिंसा के कारण दो वर्ष और बर्बाद हो गए। दरअसल, एन बीरेन सिंह ने मई, 2023 में मैतेई और कुकी के बीच हुए जातीय संघर्ष के परिणामस्वरूप भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पिछले फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।
उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में वर्तमान में 59 विधायक हैं। एक सीट विधायक की मृत्यु के कारण रिक्त है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल 44 सदस्य हैं, जिनमें 32 मैतेई विधायक, तीन मणिपुरी मुस्लिम विधायक और 9 नागा विधायक शामिल हैं।