नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कठोर कदमों के परिणामस्वरूप कई राष्ट्रविरोधी साजिशों का पर्दाफाश हो रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने मांग की कि देश में रह रहे विरोधी मानसिकता वाले लोगों की पहचान के लिए सरकार को जनगणना के साथ एनआरसी भी लाना चाहिए।

उन्होंने दावा किया कि बड़ी संख्या में ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें भारतीय महिलाओं ने पाकिस्तानी मुस्लिम पुरुषों से विवाह किया है। इन पुरुषों के पास पाकिस्तान के वैध पासपोर्ट हैं, जबकि महिलाएं और उनके बच्चे भारत की नागरिकता प्राप्त किए हुए हैं। कई मामलों में तो महिलाएं स्वयं भी पाकिस्तान की नागरिक बन चुकी हैं, फिर भी उनके बच्चों को भारत का नागरिक माना जा रहा है।

डॉ. जैन का आरोप है कि ये लोग भारत में रहकर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं और भारतीय संसाधनों का उपयोग कर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलग्न हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये तत्व ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ जैसे नारों पर आक्रोशित हो उठते हैं, जिससे उनकी मानसिकता स्पष्ट होती है।

उन्होंने ऐसे लोगों को ‘पाकिस्तानी स्लीपर सेल’ करार देते हुए तत्काल देश से निष्कासन की मांग की। साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को शीघ्र लागू करने, और राशन कार्ड, आधार कार्ड तथा मतदाता पहचान पत्र जैसी पहचान संबंधी दस्तावेजों की गहन जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति भारत का वैध नागरिक न पाया जाए, तो उसके दस्तावेज रद्द कर देश से बाहर निकाला जाए।

डॉ. जैन ने आगामी जनगणना के साथ-साथ एनआरसी प्रक्रिया भी आरंभ किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, उसे देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

अपने बयान के अंत में उन्होंने यह भी कहा कि दुर्भाग्यवश कुछ लोग राष्ट्रविरोधियों के प्रति झूठी सहानुभूति जताकर उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं, किंतु अब ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो चुका है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ऐसे तत्वों के लिए भारत में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

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