-सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स का प्लेटिनम जुबली समारोह
-ओम बिड़ला बोले– भारत बनेगा औद्योगिक महाशक्ति
पूर्वी सिंहभूम। बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल के फेसी ऑडिटोरियम में रविवार को सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्लेटिनम जुबली (75वीं वर्षगांठ) समारोह का भव्य आयोजन हुआ। इस मौके पर देश के विकास, उद्योग जगत की भूमिका और आतंकवाद पर भारत की नीति जैसे अहम विषयों पर चर्चा हुई। समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मौके पर कहा कि भारत अब तकनीकी, अनुसंधान और उद्योगों के क्षेत्र में वैश्विक पहचान बना रहा है। हम सहयोगी नहीं, बल्कि नेतृत्वकर्ता की भूमिका में आ रहे हैं। उन्होंने भारत को ‘अवसरों की धरती’ बताते हुए कहा कि उद्योग-हितैषी नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था और तेज़ी से आगे बढ़ेगी।
ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख को दोहराया और कहा कि देश अब किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिस तरह सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई की, उससे स्पष्ट हो गया कि भारत केवल अपनी रक्षा नहीं करेगा, बल्कि दुनिया के अंदर जो आतंकवाद है, उस आतंकवाद को समाप्त करने के लिए नई नीति और नई कार्य योजना से काम करेगा। हमने यह भी साबित कर दिया कि इस देश के अंदर कोई भी देश आतंकवाद फैलाने का काम करेगा, तो उसका परिणाम ऑपरेशन सिंदूर से भी गंभीर होगा।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने दुनिया को यह बता दिया कि सिंदूर की भी कीमत होती है। आतंकवाद के खिलाफ भारत ने एक नई शैली में युद्ध लड़ा और पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जो हमारे जवानों की शौर्यगाथा को दर्शाता है। पूर्व मंत्री अर्जुन मुंडा और सांसद विद्युत वरण महतो ने भी व्यापारिक संगठनों के योगदान की सराहना की और उन्हें भारत की प्रगति का महत्वपूर्ण भागीदार बताया।
समारोह की शुरुआत चेंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका की ओर से पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों के स्वागत और पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो भी मौजूद रहे। शहर के कई प्रमुख उद्यमी, व्यापारी, अधिकारी और समाजसेवी भी समारोह में शामिल हुए। इससे पहले सोनारी एयरपोर्ट पहुंचने पर लोकसभा अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया गया और वहां से वे सीधे लोयोला स्कूल सभागार पहुंचे।