नई दिल्ली। जब सुबह-सुबह सोकर उठे तब टीवी चैनल्स से लेकर सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में आतंकी कैंपों पर हमले खबरें चल रही थीं। सैन्य बलों का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर देश से लेकर दुनिया में चर्चा हो रही थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई को लेकर देशवासियों को भरोसा तो था लेकिन समय को लेकर स्थिति साफ नहीं थी। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद यह इंतजार भी खत्म हो गया। सोशल मीडिया से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में भारतीय सेना के शौर्य को सलाम करने के साथ ही लोग खुशी का इजहार करते नजर आए।
आतंकियों के मुंह पर तमाचा
भारतीय सैन्य बलों की तरफ से इस ऑपरेशन की जानकारी को लेकर खास तौर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की कहानी सुनाने के लिए भारत ने अपनी दो महिला अधिकारियों को चुना। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की तरफ से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने इस ऑपरेशन से जुड़ी एक-एक जानकारी को दुनिया के सामने रखा।
दोनों महिला अधिकारियों की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर मीडिया ब्रीफिंग उन आतंकवादियों को करारा तमाचा है, जिन्होंने पहलगाम में धर्म के आधार पर हत्याएं कीं। इसके साथ ही यह उन लोगों के लिए भी साफ सन्देश है जो इस घटना के बाद देश में हिन्दू-मुसलमान करने में जुटे थे। सरकार ने इसके साथ ही संदेश दिया कि पाकिस्तान वालों तुम्हारें यहां से अधिक सलमान हमारे मुल्क में हैं। हमें अपने यहां के मुसलमानों की वतनपरस्ती पर हमें नाज है। दोनों सेना अधिकारियों ने पाक अधिकृत कश्मीर के 5 आतंकी शिविरों के साथ ही पाकिस्तान के चार लश्कर और जैश के आतंकी शिविरों को तबाह करने की जानकारी दी।
कमजोर नहीं है भारत की महिलाएं
भारत ने पहले आतंक के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने ऐक्शन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया। सिंदूर प्रतीकात्मक रूप से महिलाओं से जुड़ा है। हिंदू महिलाएं अपने सुहाग के प्रतीक के रूप में सिंदूर का इस्तेमाल करती हैं। पहलगाम में जिस तरह से आतंकियों ने देश की मां-बहन और बेटियों के सामने उनके बेटे, भाई और पतियों की हत्या की उसका जवाब से दुनिया को संदेश देना जरूरी थी। ऐसे में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का नाम रख महिलाओं के सिंदूर उजाड़ने वालों को सबक सिखाने के साथ ही दुनिया के सामने अपनी दृढ़ता और प्रतिबद्धता की मिसाल भी पेश की।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संदेश
सुबह देश में जिसने भी इस ऑपरेशन का नाम सुना उसके इसकी तारीफ की। ऑपरेशन सिंदूर ने सीधे तौर पर आतंकियों के ठिकाने को तबाह करने का अपना लक्ष्य पूरा करने के साथ ही देशवासियों की उम्मीदों को भी पूरा किया। पहलगाम हमले में अपने परिजनों को खोने वाली महिलाओं में से एक ने कहा कि इस ऑपरेशन का नाम सुनकर ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। ऐसे में यह ऑपरेशन सिंदूर के नाम के महत्व को समझने के लिए जीवंत उदाहरण है।