नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को केरल की साक्षरता कार्यकर्ता और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित केवी राबिया के निधन पर दुख जताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “पद्मश्री पुरस्कार विजेता केवी राबिया के निधन से बहुत दुख हुआ। साक्षरता में सुधार के लिए उनके अग्रणी कार्य को हमेशा याद रखा जाएगा। उनका साहस और दृढ़ संकल्प, विशेष रूप से जिस तरह से उन्होंने पोलियो से लड़ाई लड़ी, वह भी बहुत प्रेरणादायक था। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।”
उल्लेखनीय है कि केवी राबिया का तिरुरंगडी के वेल्लिलक्कड़ में रविवार को निधन हो गया। वह 58 वर्ष की थीं। वह लंबी बीमारी के कारण कई वर्षों से बिस्तर पर थीं। तिरुरंगडी के वेल्लिलक्कड़ की रहने वाली राबिया 1990 के दशक में केरल के साक्षरता आंदोलन में अपनी अग्रणी भूमिका के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुईं। 17 वर्ष की आयु में पोलियो से लकवाग्रस्त होने के बावजूद उन्होंने लोगों की शिक्षा के लिए अभियान चलाए, जिससे उनके गांव में सैकड़ों लोगों को शिक्षा मिली। उन्होंने चलनम नामक संगठन की स्थापना की जो दिव्यांग व्यक्तियों और हाशिए पर पड़े समुदायों की शिक्षा और सशक्तिकरण का समर्थन करता है। सामाजिक कार्य और शिक्षा में उनके असाधारण योगदान के लिए 2022 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्मश्री से सम्मानित किया गया।