नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान को हमले से पहले सूचना क्यों दी गई? उन्होंने इसे ‘अपराध’ बताया और सवाल किया कि इस कारण कितने भारतीय विमान नष्ट हुए?
राहुल गांधी ने दो दिन पहले यानी शनिवार को भी एक्स पोस्ट के माध्यम से सवाल खड़े किए किए थे और विदेश मंत्री के बयान को आधार बनाते हुए सवाल पूछे थे। राहुल ने सोमवार को कहा, ”जयशंकर की चुप्पी निंदनीय है। मैं फिर पूछता हूं- हमने कितने विमान गंवाए क्योंकि पाकिस्तान को पहले से पता था?” उन्होंने कहा कि यह चूक नहीं, बल्कि एक गंभीर अपराध है। देश को इसका सच जानने का हक है।
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष और सैन्य कार्रवाई की स्थिति पर बात करते हुए कहा था, “…ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह बाहर खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे।”
दूसरी ओर कांग्रेस ने आज इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जयशंकर के बयान का हवाला दिया और पूछा, “क्या विदेश मंत्री को पाकिस्तान पर इतना भरोसा था कि आतंकवादी उनकी बात मान लेंगे?” उन्होंने कहा कि इसे कूटनीति नहीं, बल्कि मुखबिरी कहा जाता है।
खेड़ा ने कहा कि जयशंकर ने ख़ुद मीडिया को बताया कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को सूचित कर दिया था। क्या देश को जानने का हक़ नहीं है कि पाकिस्तान को हमले की सूचना देकर मसूद अज़हर को दोबारा बचाया गया, क्योंकि इससे पहले मसूद अज़हर को कंधार हाईजैक के समय छोड़ा गया था।