रक्षा राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखा पत्र
लोकतंत्र के लिए यह अच्छा नहीं, अधिकारियों को निर्देशित करें
रांची। रांची में प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा हो रही है, जो बेहद गंभीर विषय है। उपरोक्त बातें रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में कही है। योजनाओं के क्रियान्वयन और उद्घाटन शिलान्यास में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से नाराज रक्षा राज्य मंत्री ने सीएम को पत्र लिखा है। पत्र में श्री सेठ ने कहा कि कांके प्रखंड के सुकुरहुट्टू के बरवाटांड़ में सरना टोली से रिंग रोड तक एक सड़क का निर्माण होना है। उपरोक्त सड़क निर्माण की स्वीकृति मेरी अनुशंसा पर आरआरडीए के द्वारा दी गयी है। अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान मैंने स्थानीय ग्रामीणों को उक्त सड़क के निर्माण कराने हेतु आश्वस्त किया था। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उपरोक्त सड़क का शिलान्यास मेरी अनुपस्थिति में कर दिया गया। शिलापट्ट में मेरा नाम जरूर है परंतु उसकी कोई सूचना मुझे या मेरे कार्यालय को नहीं दी गयी है।
पूर्व में भी दिशा समिति की बैठकों में मैंने यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी योजना के उद्घाटन-शिलान्यास में सभी जनप्रतिनिधियों को पूर्व सूचना दी जाये। बावजूद इसके इस विषय पर जिला प्रशासन सहित किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं है। आपको अवगत कराना चाहूंगा कि लोकतंत्र के लिए यह अच्छा नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र विधायिका और कार्यपालिका के सहयोग से ही आगे बढ़ता है। निश्चित रूप से विकास के कार्य होते हैं तो जनप्रतिनिधि भी उसका माध्यम बनते हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधियों की यह उपेक्षा लोकतंत्र का अपमान है।
उन्होंने सीएम से अनुरोध किया है कि इस दिशा में झारखंड के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें ताकि राज्य का कोई भी जनप्रतिनिधि योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर सके।