रांची। आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो अमेरिका के न्यू जर्सी में बिहार-झारखंड एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका (बिजाना) के स्वर्ण जयंती समारोह और ग्लोबल कॉनक्लेव में सोमवार को विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारत की सांस्कृतिक विरासत अक्षुण्ण रखने और उसकी खुशबू बिखेरने में प्रवासी बिहारी–झारखंडी भाई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह देखकर खुशी होती है कि झारखंड के लोगों ने भी अमेरिका में अपनी विशेष पहचान बनाई है।
सुदेश ने कहा कि भारत–अमेरिका संबंध को मजबूत बनाने में प्रवासियों की अहम भूमिका है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिकॉर्ड 191 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, इससे अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है। अमेरिकी कंपनियों ने अब भारत में 54 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है।
कार्यक्रम में पहुंची थीं कई हिस्तयां
प्रवासी भारतीयों की संस्था ’बिजाना’ के दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में भारत और विश्व भर से अनेक नामी-गिरामी हस्तियों ने भाग लिया। गायक पद्मश्री कैलाश खैर ने अपने सुरों से समां बांधा। विश्व बैंक के ग्लोबल निदेशक सरोज झा, सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार, आज तक की वरीय संपादक श्वेता सिंह, भोजपुरी फिल्म स्टार अक्षरा सिंह, संगीत निर्देशक विशाख ज्योति, प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नीरज झा सहित कई हस्तियों ने समारोह को यादगार बनाया। समारोह में अमेरिका के अलावा यूरोप से भी बिहार-झारखंड के प्रवासी भारतीय पहुंचे थे।
बिजाना के अध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि बिजाना की स्थापना 1975 में की गई थी और यह बिहार एवं झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने, युवा नेतृत्व एवं शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। बिजाना ने विश्व के साथ भारत के संबंधों एवं छवि को सुधारने की दिशा में भी एक सफल मंच साबित हुआ है