गुमला: कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि सरकार ने कृषि को उद्योग का दर्जा देने का लक्ष्य रखा है। केंद्र एवं राज्य सरकार का फोकस गांव और किसान हैं। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने और कृषकों को बिचौलियों से मुक्त करने के लिए सहकारी बैंकों, महिला समूहों को मजबूत करने तथा तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल सरकार कर रही है। उन्होंने किसानों को जैविक कृषि अपनाने तथा फसल के अलावा पशुपालन, बागवानी अपनाने की सलाह भी दी। कृषि मंत्री सोमवार को विशुनपुर, गुमला में आयोजित किसान मेला सह कृषि जागृति अभियान 2017 के समापन के मौके पर बोल रहे थे।
अवसरों का लाभ उठायें किसान : पद्मश्री भगत
कार्यक्रम में पदमश्री अशोक भगत ने कहा कि जंगल, जमीन की रक्षा का दायित्व सबों का है। धरती की उर्वरा बनाये रखने में किसानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। जनजातीय समाज में महिलाओं का योगदान सराहनीय है। उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार कृषकों को ढेरों अवसर उपलब्ध करा रही है। इसका संगठित, जागरूक होकर फायदा उठायें।
कृषि सचिव ने बतायीं उपलब्धियां
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि कृषि संसाधनों को कृषकों के द्वार तक पहुंचना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। उन्होंने बताया, इस दौरान 8536 फसल बीमा का दावा प्राप्त किया गया। 11 लाख किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण किया गया। 2 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को कृषि योग्य भूमि में बदला जायेगा। 6 लाख क्विंटल बीज, 96 प्रतिशत मृदा स्वास्थ्य कार्ड, 36 हजार पशु का वितरण किया जा चुका है। कृषि खाद बीज का अधिकृत वितरक लैंप्स-पैक्स को बनाया गया है, जहां बायोमीट्रिक पद्धति के माध्यम से वितरण किया जा रहा है। सरकार 100 प्रतिशत बीमा के दावों का निपटारा करायेगी।
कार्यक्रम के दौरान सफल कृषक सेरका विशुनपुर की किसान मंजू देवी तथा बोरंग निवासी दिलेश्वर उरांव ने अपने अनुभव साझा किये। वहीं 3 किसानों को कृषि बीमा, 3 लोगों को बैंक मित्र का नियुक्ति पत्र, घाघरा, बनारी लैंप्स को थोक खाद बीज का बिक्री लाइसेंस, जिला उद्यान की तरफ से पोषण उद्यान के लिए चार एसएचजी को सब्जी बीज, धान, मूंग, उरद दाल बीज, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मत्स्य मित्रों को मत्स्य बीज, जाल, भूमि संरक्षण द्वारा पंप सेट, जेएसपीएल द्वारा 100 महिला समूहों को एक करोड़ का सीसी बैंक लिंकेज का चेक आदि का वितरण किया गया। वहीं विकास भारती विशुनपुर द्वारा बागवानी के लिए फलदार पौधों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में गुमला, सिमडेगा, लातेहार, तथा लोहरदगा के हजारों किसानों ने भाग लिया।
मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने किसानों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत, धरती प्रेम को नकारा नहीं जा सकता। यहां की 25 प्रतिशत कृषि भूमि में 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। गांवों का विकास कृषि के बगैर संभव नहीं है। सरकार का पूरा फोकस गांव, गरीब एवं कृषि है। कृषकों तक पहुंचना सरकार का लक्ष्य है। कृषि को रोजगार के साथ जोड़ना होगा। इसी दिशा में कृषि के संस्थागत संसाधनों की मजबूती, सहकारी संस्थाओं को शक्तिशाली बनाया जा रहा है। ग्रामसभा में भागीदारी बढ़ायें किसान : बंजर भूमि को उर्वर बनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में मत्स्य उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं, वैज्ञानिक खोज का लाभ कृषकों को पहुंचाने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा सामाजिक आर्थिक उन्नति के बगैर विकास की कल्पना बेमानी है। इसलिए ग्राम सभाओं में सामाजिक बुराइयों पर चर्चा करें। ग्रामसभाओं में लोगों को भाग लेकर विकास में भागीदारी निभाने की अपील की। सीएस ने 13 फोकस एरिया के ग्रामीणों के मुश्किल भरे दिनों की चर्चा करते हुए कहा कि फिर से नक्सलवाद को न पनपने दें। सरकार हमेशा आपके साथ है।