रांची: खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री सरयू राय ने सोमवार को राज्य में धान खरीद की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में विभागीय सचिव, चावल मिलों के मालिक तथा धान खरीद एजेंसियों एफसीआइ, एनसीएमएल, नॉकोफ एवं झारखंड खाद्य निगम के प्रतिनिधि शामिल हुए। मंत्री ने धान की खरीद लक्ष्य से कम होने एवं उत्तरी छोटानागपुर तथा संथालपरगना के अनेक किसानों को उनके द्वारा बेचे गये धान का भुगतान नहीं करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं संस्थाओं को चिह्नित करने का निर्देश दिया।
निगम करे किसानों को भुगतान
मंत्री ने कहा कि जिन किसानों का भुगतान भारत सरकार की संस्था नॉकोफ ने नहीं किया है, उनका भुगतान राज्य खाद्य निगम करे। मंत्री ने कहा कि निगम के पास जो पैसा है, उस पैसे से एक सप्ताह के भीतर किसानों को बकाया का भुगतान निगम करे। यदि लगता है कि इसके लिए मंत्रिपरिषद की सहमति जरूरी है, तो मंत्रिपरिषद की सहमति की प्रत्याशा में निगम यह भुगतान कर दे।
चावल मिल मालिकों से मांगा गया खरीद का विवरण
कई मिल मालिकों ने अभी तक एफसीआइ को खरीदे गये धान का चावल बना कर नहीं दिया है। मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी मिल मालिक क्रय केंद्रों से उठाये गये धान का तिथिवार विवरण उपलब्ध करायें, ताकि पता चल सके कि किस-किस मिल मालिक ने क्रय केंद्र से धान उठाने में लापरवाही बरती, जिसके कारण क्रय केंद्र का गोदाम भरा रह गया और धान की खरीद प्रभावित हुई। उन्होंने राज्य खाद्य निगम को मिल मालिकों के बकाया का भुगतान अविलंब करने का निर्देश दिया।
मंत्री ने कहा कि राज्य में हर साल धान खरीद में कोई न कोई लफड़ा हो जाता है। इसके लिए विभाग के अधीनस्थ पदाधिकारियों, मिल मालिकों तथा खरीद एजेंसियों की जिम्मेदारी सुनिश्चत की जाये, ताकि आगे से धान की पारदर्शी खरीद हो सके और जो अभी तक होता आया है, उसे दुहराया न जाये।
एक सप्ताह के अंदर भुगतान का निर्देश
मंत्री ने कहा कि छोटानागपुर और संथाल परगना प्रमंडल के विभिन्न जिलों के किसानों को नॉकोफ द्वारा करीब 28 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। बाकी प्रमंडलों में सभी किसानों का भुगतान हो गया है। मंत्री ने बैठक में उपस्थित नॉकोफ के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि सोमवार को ही शाम 7 बजे तक वह जिलावार वैसे किसानों की सूची विभाग को उपलब्ध करा दें, जिनका भुगतान अब तक नहीं हुआ है। विभागीय सचिव को किसानों का भुगतान एक सप्ताह के भीतर करने का निर्देश दिया गया।