नई दिल्ली: अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने किसानों के ऋण माफ करने में केंद्र द्वारा कोई भी मदद दिए जाने से इंकार करने को लेकर मंगलवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली की निंदा की और कहा कि सभा जेटली का पुतला जलाएगा। एआईकेएस ने एक बयान में कहा, किसान किसी अहसान की भीख नहीं मांग रहे, बल्कि वे अपना हक मांग रहे हैं। किसान सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्ज में डूबे हैं।
संघ ने कहा कि किसान जेटली के ‘किसान विरोधी’ रुख के विरोध में शुक्रवार को उनका पुतला जलाएंगे।
एआईकेएस अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का मोर्चा है।
संघ ने कहा कि केंद्र सभी फसलों के लिए उत्पाद मूल्य से 50 प्रतिशत अधिक मुनाफा देने की एम.एस. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने में नाकाम रही है।
जेटली ने सोमवार को कहा था कि राज्यों को किसानों का ऋण माफ करने के लिए खुद ही इंतजाम करना होगा।