रांची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र में एक सुनसान जगह पर 42 साल की विवाहिता से छह युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। सीनियर एसपी के त्वरित संज्ञान लेने के बाद इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अपराध में प्रयुक्त इंडिका कार भी जब्त कर ली गयी है। एफआइआर के कुछ घंटों के बाद एसएसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार करवाया और पूछताछ के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी की त्वरित कार्रवाई से पकड़े गये अपराधी
इससे पहले दुष्कर्म की शिकायत लेकर जब महिला तुपुदाना पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस पहले टाल-मटोल की, बाद में घटनास्थल पर पहुंची भी, लेकिन मामला दूसरे थाना क्षेत्र का कहकर प्राथमिकी दर्ज नहीं की। यह जानकारी किसी ने गैर सरकारी संस्था दीया सेवा संस्थान की सचिव सीता स्वांसी को दी, जिसके बाद इसकी शिकायत एसएसपी कुलदीप द्विवेदी तक पहुंची तो उन्होंने महिला थानेदार दीपिका प्रसाद एवं डीएसपी सिटी शंभू कुमार सिंह को पीड़िता का बयान लेने के लिए भेजा। दीया सेवा संस्थान के कार्यालय में ही सोमवार की देर रात महिला थानेदार ने पीड़िता का बयान लिया। पीड़िता की मेडिकल जांच भी की गयी है।
यह थे वारदात में शामिल
पीड़िता के अनुसार, दुष्कर्म के आरोपियों में तुपुदाना ओपी क्षेत्र के ही सिलादोन निवासी तैय्यब अंसारी उर्फ राजा, जमील अंसारी, सामी अंसारी, बबलू, पतरस एवं सुनील शामिल हैं।
रातभर किया दुष्कर्म
पीड़िता ने महिला थानेदार को बताया कि वह सिमडेगा जिले के बानो थाना क्षेत्र की रहने वाली है। वर्तमान में तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम बस्ती रोड स्थित शॉ विष्णु बेकर्स प्राइवेट लिमिटेड में वर्ष 2016 से मजदूरी कर रही है और वहीं पर रहती है। 14 जून 2017 को वह रुपये निकालने के लिए रांची के मेन रोड में राज अस्पताल के समीप पंजाब नेशनल बैंक गयी थी। वहां से उसने 1600 रुपये भी निकाले और शाम करीब चार बजे तुपुदाना स्थित आवास लौट रही थी। तुपुदाना चौक पर आॅटो से उतरत कर पैदल जाने लगी तो एक परिचित तैय्यब अंसारी उर्फ राजा एवं अन्य तीन युवक जमील अंसारी, सामी अंसारी तथा बबलू उसे जबरन अपनी सफेद कार में बैठा लिये। कार में उसे धमकी देने लगे। वे उसे हरदाग के आगे एक सुनसान जगह पर ले जाकर
बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसी क्रम में दो अन्य लड़के पतरस एवं सुनील भी पहुंच गये और वे भी उसके साथ दुष्कर्म किये। इसके बाद सभी पीड़िता को रातभर अपनी कार में बैठा कर इधर-उधर घुमाते रहे।
पुलिस को बताने पर दी जान से मारने की धमकी
दूसरे दिन यानी 15 जून की सुबह उसे धमकी दी कि वह किसी को भी इसकी जानकारी देगी तो वे लोग उसकी जान ले लेंगे। पीड़िता ने यह भी बताया है कि सभी आरोपियों ने उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी और जाति-सूचक शब्दों का प्रयोग भी किया। आरोपियों ने उसे सुनसान जगह पर कार से उतार दिया, जहां से वह अपने घर चली गयी। धमकी के भय से वह शिकायत करने से डर रही थी। फिर, दीया सेवा संस्था की मदद से उसने हिम्मत जुटायी और पुलिस को इसकी जानकारी दी।