इंडियन क्रिकेट टीम के कोच बनने को लेकर सस्पेंस अब खत्म हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्‍टर रहे रवि शास्त्री ने भी मुख्य कोच के लिए आवेदन करने का निर्णय लिया है। इंडिया के पूर्व हेड कोच अनिल कुंबले ने चैंपियंस ट्रॉफी के खत्म होने के बाद वेस्ट इंडीज दौरे पर न जाकर अपना इस्तीफा बीसीसीआई को सौंप दिया था। इसके बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और कुंबले के बीच का विवाद काफी गर्म हो गया और अगले हेड कोच बनने को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी।

बीसीसीआई अधिकारी द्वारा बताया गया कि वेस्ट इंडीज दौरा खत्म होने के बाद अगला श्रीलंका के दौरे के शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच चुन लिया जाएगा। अभी तक हेड कोच के लिए 5 सदस्य टॉम मूडी, लालचंद राजपूत, वीरेंद्र सहवाग, डोडा गणेश और रिचर्ड पेबस ने अपने नाम बीसीसीआई को दिया था। जिसके बाद फेमस कमेंटेटर और समीक्षक रवि शास्‍त्री ने टीम इंडिया के कोच पद के लिए आवेदन करने का फैसला लिया।

रवि शास्त्री का क्या है अनुभव
बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए रवि शास्त्री 80 टेस्‍ट और 150 वनडे खेल चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने साल 2014 से 2016 तक टीम इंडिया के डायरेक्‍टर पद भी संभाल चुके हैं। उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम वर्ष 2015 के वर्ल्‍डकप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी, शास्‍त्री ने पिछले वर्ष भी कोच पद के लिए आवेदन किया था लेकिन अनिल कुंबले को उन पर तरजीह दी गई थी।

55 वर्षीय रवि शास्‍त्री ने 80 टेस्‍ट में 3830 रन बनाने के अलावा 151 विकेट भी हासिल किए। वहीं एक दिवसीय मैचों में 3108 रन बनाने के साथ 129 विकेट भी हासिल किया है। शास्‍त्री वर्ष 1983 में कपिलदेव के नेतृत्‍व में वर्ल्‍डकप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्‍य रह चुके हैं। ऑस्‍ट्रेलिया में वर्ल्‍ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में वे ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’ रहे थे।

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