चण्डीगढ़/भोपाल: देशभर में किसानों की कर्जमाफी और आन्दोलन का मुद्दा इस समय गरम है। ऐसे में हर राज्य किसानों को लेकर सोच समझ कर कदम उठा रहा। पहले महाराष्ट्र फिर मध्यप्रदेश के बाद पंजाब में भी किसानों के आन्दोलन पर उरने की भनक लगते ही राज्य के वित्त मंत्रीं ने कर्जमाफी और किसनों के आन्दोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है।

किसानों की समस्याओं को लेकर सरकारें बहुत कुछ करती हैं। लेकिन अक्सर सरकारों की योजनायें या तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं या किसानों के लिए अनुकूल ही नहीं होती है। ऐसे में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे किसान आन्दोलन होना स्वाभाविक बात है। महाराष्ट के बाद मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुए उग्र किसान आन्दोलन के कई राज्य सहम गये हैं।

उन्होंने मध्यप्रदेश आन्दोलन से बड़ी सीख लेते हुए अपने राज्य में किसानों लिए समुचित व्यवस्था करना शुरू कर दिया है। उत्तर परदेश, महारष्ट्र, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर उठे बवाल से पंजाब सरकार डरी हुयी है। क्योकिं पंजाब में भी किसानों की विकट समस्याएं हैं। यहाँ भी किसान सूखा और कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। वहीँ राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने देशभर में उठे किसानों के जनसैलाब को देखते हुए कहा है कि ‘पंजाब के किसानों को आश्वस्त रहें सरकार को अपना वादा भलीभांति याद है।

सरकार अगले विधानसभा सत्र में किसानों की कर्जमाफी पर फैसला लेगी और किसानों को राहत देगी’। मनप्रीत बादल का बयान उस समय आया जब वह एक पत्रकार वार्ता के दौरान पंजाब के किसानों के कर्ज को लेकर सवाल किया गया था। वहीँ मनप्रीत बदल ने कहा सरकार किसानों के आन्दोलन का इन्तजार नहीं करेगी। पंजाब सरकार अपने किये हुए वादे को पहले ही पूरा करेगी। साथ ही राज्य के किसानों की हर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेगी।

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