रांची: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित मुथूत फाइनेंस से 28.5 किलो सोना लूटनेवाले डकैत को रांची के इंद्रपुरी से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधी ओमप्रकाश को कोतवाली थानेदार श्यामानंद मंडल ने बड़ी मुश्किल से पकड़ा है। ओमप्रकाश की गिरफ्तारी के लिए पूरी बंगाल पुलिस लगी हुई थी। रांची पुलिस को जैसे ही ओमप्रकाश के रांची में छुपे होने की सूचना मिली, तो उसने जाल बिछाया और उसे रातू रोड स्थित दुर्गा मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पांच जून को दुर्गापुर में डाला था डाका
ओमप्रकाश ने अपने साथियों के साथ पांच जून को दुर्गापुर के मुथूत फाइनेंस में डाका डाला था। हथियार से लैस सभी अपराधी वहां पहुंचे और 28.5 किलो सोना, जिसकी कीमत 10 करोड़ रुपये से ज्यादा है, लूट लिया। घटना के बाद पूरे बंगाल में हड़कंप मच गया है। वहां से भागने के बाद अपराधी ओमप्रकाश रांची पहुंचा और अपनी पत्नी, बच्चे और सास के साथ रातू रोड के इंद्रपुरी में किराये के मकान में रहने लगा। ओमप्रकाश काफी दिनों से रांची में छुपा हुआ था। वहीं से डाका डालने के लिए बंगाल समेत अन्य राज्यों को निशाना बना रहा था।
हर डकैती में 10 करोड़ लूटता था
पूछताछ में ओमप्रकाश ने कई बड़ी डकैती की घटनाओं का खुलासा किया है। उसने बताया कि आसनसोल, कोलकाता, धनबाद और विलासपुर में हुए मुथूत फाइनेंस में डकैती को अंजाम दे चुका है। ओमप्रकाश अपने साथियों के साथ हर डकैती में करीब दस करोड़ रुपये से ज्यादा के सोने की डकैती करता था। कई मामलों में पुलिस ने उसे पूर्व में जेल भी भेजा था। जेल से आने के बाद वह कुख्यात डकैत कर बन कर डकैती कर रहा था।
रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास से गिरफ्तार ओमप्रकाश के बारे में रांची पुलिस ने बताया कि वह अपने गिरोह के साथ सिर्फ मुथूत फाइनेंस की शाखा से सोना लूटते थे। हर डकैती के बाद महीनों तक गिरोह का कोई भी सदस्य एक-दूसरे से संपर्क नहीं करता था। गिरोह के सभी सदस्य विभिन्न शहरों में छुप कर रहे हैं। ओमप्रकाश ने अपने घर के आसपास के लोगों को बताया था कि वह दिल्ली और बंगाल की बड़ी कंपनी में काम करता है। रांची में रहने के दौरान उसके खर्च, बच्चों की महंगी पढ़ाई को देख आसपास के लोग आश्चर्यचकित रहते थे कि किराये के मकान में रहनेवाला व्यक्ति इतना ज्यादा खर्च कैसे करता है। पुलिस को जैसे ही आरोपी के रांची में छुपे होने की जानकारी मिली, तो उसने ओमप्रकाश को फोन कर मिलने के लिए बुलाया। सिविल ड्रेस में रहने के कारण ओमप्रकाश पुलिस को पहचान नहीं सका और मिलने को तैयार हो गया, लेकिन जैसे ही उसे शक हुआ वह आनाकानी करने लगा।
काफी प्रयास के बाद पुलिस ने उसे रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। ओम प्रकाश अपाची से वहां पहुंचा था और पुलिस को छका रहा था।
कई शहरों में गाड़ कर रखा है सोने को
ओमप्रकाश ने बताया कि डकैती के सोने को उसने हजारीबाग में गाड़ कर रखा है। वहां उसका एक मकान है। वहीं मोतिहारी स्थित अपने एक घर में भी उसने काफी सोना गाड़ा है। पुलिस ने देर रात छापामारी कर करोड़ों का सोना बरामद कर लिया है। इसके साथ ही उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी का प्रयास भी पुलिस कर रही है।